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नीलगाय भगाने का घरेलु उपाय हुआ तैयार, नीलगाय इलाके को छोड़कर चली जायेगी, जाने तरीका

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neelgai ko bhagane ka gharelu upay

Neelgai Ko Bhagane Ka Upay: आज के समय में किसानों को अपनी फसल में सबसे अधिक खतरा नीलगाय से होता है जो की उनकी अच्छी खाशी फसल को बर्बाद कर देती है। किसान नीलगाय के चक्कर में रात रात सो नहीं पाते है क्योंकि उनको अच्छे से मालूम है की कुछ देर के लिए भी वे इधर उधर हो जाते है तो उनकी फसल बर्बाद हो जायेगी। 

इसके लिए किसानों को कई अलग अलग उपाय करने पड़ते है लेकिन फिर भी सभी उपाय फेल हो जाते है। इसके लिए कई अलग अलग कंपनियों की तरफ से कई प्रकार की डिवाइस भी बनाई जाती है जिनके जरिये खेतों से नीलगाय को दूर भगाने का काम किया जाता है लेकिन कोई स्थाई उपाय उनको नहीं मिला है। चलिए आज के आर्टिकल में आपको एक ऐसी नीलगाय भगाने की दवा के बारे में बताते है जो आपको खुद ही अपने घर पर तैयार करनी है और उसमे आपका खर्चा भी मामूली सा आने वाला है। 

 नीलगाय को कैसे दूर भगायें

आज के समय में कई तरीकों को अपनाया जाता है जिनमे कुछ तरीके काफी हद तक कारगार भी है। किसान इसके लिए अपने खेतों में कुछ इंसान की आकृति के पुतलों को भी खड़ा कर देते है जिससे नीलगाय को लगता है की इधर कोई इंसान मौजूद है और फिर वो उस खेत में नहीं आती है। लेकिन आज के समय में नीलगाय भी काफी समझदार बन चुकी है और वे जब देखती है की पुतले के जरिये कोई हरकत नहीं की जा रही है तो फिर धीरे धीरे वे उसके पास आने लगती है और उस खेत में भी फसल को बर्बाद कर देती है। 

इसके अलावा किसान भाई तेज आवाज करने वाले यंत्रो, सौर ऊर्जा से चलने वाले बिजली के झटके देने वाले यंत्रों आदि का प्रयोग भी काफी अधिक करते है। कुछ किसानों ने इसके लिए कुत्ते भी पाले हुये है और कुछ लोग अपने खेतों के चारों और तारबंदी कर देते है जिससे आवारा पशु अंदर ना आने पाये। खैर ये तो सब वे तरीके है जो किसान भाई इस्तेमाल करते आ रहा है जिससे कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिला है। 

नीलगाय भगाने की दवा कैसे बनायें 

नीलगाय एक डरपोक पशु होता है और वो अपने आप को तेज आवाज के पास लाने से डरता है। इसके अलावा अगर कहीं पर तेज गंध आ रही है तो उससे भी वो अपने आपको दूर करने का प्रयास करता है। किसान भाइयों को उसकी इन्ही आदतों को उस पर ही इस्तेमाल करना चाहिए। हमे एक ऐसी दवा का प्रयोग करना होगा जिससे नीलगाय खेतों से दूर चली जाये। जब तक नीलगाय अपनी जगह को नहीं बदलेगी तब तक वो हर साल परेशानी का कारण बनती रहती है। 

नीलगाय को भगाने के लिए आपको एक घोल बनाना है जिसमे आपको कुल नील के पत्ते लेने है। इसके अलावा आपको कपूर लेना है और साथ में आपको दूसरे स्थानों पर जाकर के नीलगाय के गोबर को लेकर आना है। इसके बाद आपको इन सभी का एक घोल तैयार करना होगा और इस घोल को छानकर फिर इसका छिड़काव अपने खेतों में चारों और करना होगा। एक हलाई में आपको इसका छिड़काव करना है और इसकी जो गंध है उससे एक भी नीलगाय आपके खेतों के पास में नहीं आने वाली है। 

ये घोल कैसे काम करता है?

किसान भाइयों आप इस घोल में जो दूसरी जगह से लेकर आये नीलगाय के गोबर को मिलाते है उसका ही ये सारा खेल होता है। नीलगाय हमेशा एक ग्रुप में रहती है और उसका एक एरिया निर्धारित रहता है जिसमे दूसरी नीलगाय कभी भी नहीं आती है। नीलगाय हमेशा अपने बॉर्डर को निर्धारित करती है जिसमे वो चारों और ऐसे ठिकाने बनती है जो उसके घूमने की सीमा होती है। चारों और वो जगह जगह पर गोबर करके अपनी निशानियों को छोड़ देती है और आपने भी देखा होगा की नीलगाय रोजाना ठीक उसी जगह पर फिर से गोबर करने के लिए जरूर आती है। 

जब आप दुसरो जगह से दूसरी नीलगाय का गोबर लेकर के इस घोल में मिला देते है तो फिर नीलगाय को उसकी गंध से ये लगता है की ये इलाका उसका नहीं है बल्कि वो किसी दूसरे इलाके में आ गई है। वो उस इलाके को छोड़ देती है। साथ में आपने जो कपूर इसमें मिलाया है उसकी गंध नीलगाय बर्दास्त नहीं कर पाने की वजह से आपके खेतों के पास में नहीं आयेगी और कपूर की गंध वाली जगह पर वो चराई नहीं करेगी। 

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