हो ची मिन्ह सिटी, 03 जून 2025: वियतनाम (Vietnam) में हाल ही में एक ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें 1.78 करोड़ से ज्यादा भक्तों ने भारत से आए भगवान बुद्ध (Lord Buddha) के पवित्र अवशेषों (Sacred Relics) के दर्शन किए। यह आयोजन देश के दक्षिण से लेकर उत्तर तक कई पवित्र स्थानों पर आयोजित किया गया, जिसमें बौद्ध अनुयायियों और आध्यात्मिक साधकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
एक महीने तक चला पवित्र अवशेषों का दौरा
यह धार्मिक यात्रा 3 मई से शुरू हुई और 2 जून तक चली। इस दौरान पवित्र अवशेषों को वियतनाम के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर ले जाया गया, जिसमें हो ची मिन्ह सिटी (Ho Chi Minh City) से लेकर क्वांग निन्ह (Quang Ninh) तक के मंदिर शामिल रहे। क्वांग निन्ह के ट्रक लाम येन तु मठ (Truc Lam Yen Tu Monastery) और हंग येन प्रांत (Hung Yen Province) के बेल पगोडा (Bell Pagoda) में भी इन अवशेषों को दर्शन के लिए रखा गया। इस आयोजन ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और मजबूत किया।

हनोई में उमड़ा था भक्तों का सैलाब
13 मई को जब ये पवित्र अवशेष वियतनाम की राजधानी हनोई (Hanoi) पहुंचे, तो करीब 5 लाख लोगों ने सड़कों पर उनका स्वागत किया। भक्तों ने पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की और इस दौरान माहौल भक्ति से सराबोर हो गया। आयोजन स्थल को फूलों और पारंपरिक सजावट से सजाया गया था, जिसने इस समारोह को और भव्य बना दिया।

भारत-वियतनाम के बीच गहरे संबंधों की झलक
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने भारत और वियतनाम के बीच 2000 साल पुराने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को भी दर्शाया। इन अवशेषों को भारत से विशेष विमान के जरिए वियतनाम लाया गया था और अब इन्हें वापस भारत भेज दिया गया है। इस समारोह ने वियतनाम की बौद्ध परंपराओं (Buddhist Heritage) को उजागर करने के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता और शांति का संदेश भी दिया।

भक्तों में दिखा अपार उत्साह
इस आयोजन में शामिल होने वाले भक्तों ने इसे अपने जीवन का एक यादगार पल बताया। एक भक्त ने कहा, “इन पवित्र अवशेषों के दर्शन करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह हमारे लिए शांति और प्रेरणा का स्रोत है।” इस समारोह में भक्तों ने पीले और नारंगी रंग के पारंपरिक परिधान पहने और पूजा स्थल को फूलों से सजाया गया, जो इसकी भव्यता को दर्शाता है।