आईपीएल 2025 का मेगा ऑक्शन अब समाप्त हो चुका है, और सभी टीमों ने अपनी रणनीतियों के तहत अपने स्क्वॉड को पूरी तरह से तैयार कर लिया है। इस बार कुल 182 खिलाड़ियों में से 62 विदेशी खिलाड़ी थे, और सभी टीमों ने मिलकर 639.15 करोड़ रुपए खर्च किए। इस ऑक्शन में सबसे बड़ी आकर्षण बनीं ऋषभ पंत, जिन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स ने 27 करोड़ रुपए में खरीदा। पंत न सिर्फ एक विस्फोटक बल्लेबाज हैं, बल्कि उनकी विकेटकीपिंग और कप्तानी की काबिलियत भी उन्हें टीम में अहम स्थान देती है। उनका ये मूल्य यह साबित करता है कि उनकी बहु-आयामी काबिलियत पर सभी टीमें गंभीर हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 की विजेता भारतीय टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी इस बार आईपीएल ऑक्शन में बड़े पैसे लेकर आए। वर्ल्ड कप विजेता 15 खिलाड़ियों में से 11 को रिटेन किया गया, जबकि चार नए खिलाड़ी ऑक्शन के जरिए खरीदे गए। इन खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से न केवल वर्ल्ड कप जिताया, बल्कि आईपीएल में भी अपनी महत्ता साबित की है।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के विजेताओं को मिली राशि
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के विजेता भारतीय खिलाड़ियों को मेगा ऑक्शन में शानदार रकम मिली है। रोहित शर्मा को 16.30 करोड़, यशस्वी जायसवाल को 18 करोड़, और विराट कोहली को 21 करोड़ रुपए मिले हैं। सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या को क्रमशः 16.35 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है। वहीं, ऋषभ पंत ने 27 करोड़ की कीमत के साथ सबसे महंगे खिलाड़ी का खिताब हासिल किया है। संजू सैमसन, रवींद्र जडेजा, और अर्शदीप सिंह को भी 18 करोड़ का भरपूर पैकेज मिला है।
इसके अलावा, अक्षर पटेल को 16.50 करोड़, कुलदीप यादव को 13.25 करोड़, और युजवेंद्र चहल को 18 करोड़ रुपए में खरीदा गया। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को भी 18 करोड़ की राशि मिली है।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के रिजर्व खिलाड़ियों को भी इस बार आईपीएल ऑक्शन में शानदार रकम मिली है। शुभमन गिल को 16.50 करोड़, रिंकू सिंह को 13 करोड़, खलील अहमद को 4.80 करोड़, और आवेश खान को 9.75 करोड़ रुपए मिले। इस ऑक्शन में वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ियों ने अपनी बेहतरीन काबिलियत से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, और अब ये सभी खिलाड़ी आईपीएल 2025 में अपनी टीमों के लिए बड़ा धमाल मचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
भारत ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब 17 साल बाद जीता, जब उन्होंने साउथ अफ्रीका को हराया। इससे पहले, 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने इस खिताब को अपने नाम किया था।