8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में होगी 40 हजार बेसिक सैलरी? जाने कौन कौन से भत्ते होंगे शामिल

इससे पहले देशभर में कई जगहों पर अलग अलग संगठन की तरफ से 8वें वेतन आयोग का गठन करने और इसको लागु करने को लेकर मांगे की जाती रही है और अब सरकार ने इसके गठन को मंजूरी देने के बाद से उन सभी संगठनों में भी काफी ख़ुशी देखने को मिली है। अब 8वें वेतन आयोग के गठन के बाद में चर्चाओं के बाजार पूरी तरह से गर्म हों चूका है और सभी जगहों पर ये कयास लगाए जा रहे है की कितनी सैलरी बढ़ेगी और कितना फायदा कर्मचारियों को होने वाला है। इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में ही जानकारी देने वाले है।
8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी गई है - लागु कब होगा?
भारत सरकार की तरफ से 8वें वेतन आयोग के गठन को केवल मंजूरी दी गई है और अभी इसका गठन नहीं किया गया है। इसको लेकर भी लोगों में कई अलग अलग शंकाएं उत्पन्न हो रही है और सभी अपने अपने हिसाब से इसका एक आंकड़ा बैठने के प्रयास में है। आपको बता दें की इसको लेकर भी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से बयान दिया गया है जिसमे उन्होंने कहा है की 2026 से पहले ही इसको बना दिया जायेगा।
इसमें देखने वाली बात ये भी रहेगी की अभी जो 7वें वेतन आयोग चल रहा है उसका कार्यकाल जो है वो 2026 में खत्म होने जा रहा है और इसके चलते भी अगले वेतन आयोग का गठन 2025 में ही करना जरुरी है। अगर इसको पिछले वेतन आयो के गठन और लागु होने के के हिसाब से भी हम देखें तो 7वें वेतन आयोग के लिए सिफारिशें 1 जनवरी 2016 में ही लागु कर दी गई थी और उससे पहले ही 28 फरवरी 2014 को इसका गठन कर दिया गया था।
40,000 रुपये हो सकती है बेसिक सैलरी
नए वेतन आयोग के लागु होने के बाद में कर्मचारियों को कितना वेतन मिलेगा और अभी जो वेतन वो ले रहे है उसके कितना इजाफा होगा इसको लेकर भी काफी चर्चा हो रही है। कर्मचारी काफी तगड़ी बढ़ौतरी होने की उम्मीद लगे बैठे है। आपको बता दें की कितनी बढ़ौतरी होगी ये सब फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करता है और उसी के हिसाब से हर साल बढ़ौतरी की जाती है।
अब जो 8वें वेतन आयोग के लागु होने का समय है इसमें फिटमेंट फैक्टर के लगभग 2.6 फीसदी के लेकर के 2.85 के बीच में ही रहने की उम्मीद की जा रही है। अब अगर फिटमेंट फैक्टर इसके बीच में या फिर इतना रहता है तो कर्मचारियों को लगभग 25 फीसदी से लेकर के 30 फीसदी तक की बढ़ौतरी मूल वेतन में देखने को मिल सकती है। अब इतनी बढ़ौतरी अगर कर्मचारियों के मूल वेतन में होती है तो उनकी न्यूनतम बेसिक सैलरी 40 हजार रूपए हो जायेगी। अब ये कैसे होगा इसको भी देखिये :
7वें वेतन आयोग में 7 हजार से बढाकर किया था 18 हजार
जो केंद्रीय कर्मचारी है उन सभी को अच्छे से पता होगा की 7वें वेतन आयोग के समय में न्यूनतम सैलरी 7 हजार हुआ करती थी जिसको बढाकर 18 हजार रूपए कर दिया गया था। उस समय में ये जो बढ़ौतरी हुई थी ये मूल वेतन का 2.57 गुणा बढ़ौतरी की गई थी। अब ये जो 8वा वेतन आयोग लागु होगा इसमें भी अगर पिछली बढ़ौतरी के हिसाब से देखा जाए तो अबकी बार 40 हजार के आसपास में वेतन होने वाला है।
जब भी वेतन आयोग में वेतन की बढ़ौतरी की जाती है तो उसमे बाजार में महंगाई कितनी है इसको भी ध्यान में रखा जाता है और बढ़ौतरी के समय में इसका भी असर होता है। बाजार में कौन सी चीजों के दाम कितने चल रहे है उसके हिसाब से भी फिटमेंट फैक्टर में गणना होती है और सभी आंकड़ों को मिलकर के ही एक नया आंकड़ा तैयार किया जाता है जिसके हिसाब से हर बार बढ़ौतरी होती है।