श्री विजया पुरम, 02 जून 2025: लेफ्टिनेंट जनरल दीनेश सिंह राणा ने 01 जून 2025 को अंडमान और निकोबार कमांड (ANC) के 18वें कमांडर-इन-चीफ (Commander-in-Chief) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। यह भारत का पहला और एकमात्र संयुक्त सेवा परिचालन कमांड (Joint Services Operational Command) है, जो सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल को एक साथ मिलाकर हिंद महासागर क्षेत्र (Indian Ocean Region) में राष्ट्रीय हितों की रक्षा करता है।
अंडमान और निकोबार कमांड की खासियत
अंडमान और निकोबार कमांड श्री विजया पुरम में स्थित है और यह रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यह कमांड हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सुरक्षा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है। इस कमांड की खासियत यह है कि यह चारों सेनाओं को एकीकृत करके काम करता है, जिससे भारत की रक्षा क्षमता और मजबूत होती है।
लेफ्टिनेंट जनरल दीनेश सिंह राणा का अनुभव
लेफ्टिनेंट जनरल दीनेश सिंह राणा को उनके व्यापक परिचालन अनुभव (Operational Experience) और रणनीतिक सोच (Strategic Foresight) के लिए जाना जाता है। उन्होंने चीन की रक्षा आधुनिकीकरण (China’s Defence Modernisation) पर पीएचडी की है और कई रणनीतिक लेख (Strategic Papers) लिखे हैं। उनकी किताब “टू डिकेड्स दैट शेप्ड पीएलए ऐज वी नो टुडे” (2023) भी काफी चर्चित रही है। उनकी नियुक्ति से कमांड की क्षमताओं में और इजाफा होने की उम्मीद है।
हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीति
हिंद महासागर क्षेत्र भारत के लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। अंडमान और निकोबार कमांड इस क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करने में मदद करता है। यह कमांड समुद्री सुरक्षा (Maritime Security) को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए लगातार काम करता है।