L’Oréal (लोरियल) के सीईओ (chief executive officer) ने भारत में कंपनी के भविष्य के विस्तार की योजना का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि भारत L’Oréal (लोरियल) के लिए एक रणनीतिक बाजार (strategic market) है और अगले कुछ वर्षों में कंपनी अपना कारोबार दोगुना करने का इरादा रखती है।
भारत में विस्तार की योजना
सीईओ ने बताया कि कंपनी भारत में अपनी फैक्ट्रियों (factories) का विस्तार करेगी, जो वर्तमान में भारत में बेची जाने वाली 95% उत्पादों का निर्माण करती हैं। इसके अलावा, कंपनी क्षेत्र के अन्य हिस्सों में निर्यात (export) भी बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, “भारत एक अवसरों का देश (country of opportunities) है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले सौंदर्य बाजार (fastest beauty markets) में से एक है। यह L’Oréal (लोरियल) के लिए एक बड़ी प्राथमिकता है।”
निर्यात और उत्पादन में वृद्धि
L’Oréal (लोरियल) के सीईओ ने यह भी बताया कि कंपनी बाल और त्वचा उत्पादों (hair and skin products) का निर्यात, विशेष रूप से खाड़ी क्षेत्र (gulf regions) में करती है। उन्होंने कहा, “हम भारत में आधा बिलियन यूनिट (half a billion units) का निर्माण कर रहे हैं, लेकिन आने वाले वर्षों में इसे बढ़ाने का इरादा है।” यह कदम कंपनी के वैश्विक विस्तार (global expansion) की रणनीति का हिस्सा है। L’Oréal (लोरियल) भारत में दो निर्माण इकाइयों (manufacturing units) का संचालन करती है। इनमें से एक चाकण (Chakan), महाराष्ट्र (Maharashtra) में और दूसरी बादी (Baddi), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में स्थित है। ये इकाइयां न केवल भारत के लिए बल्कि क्षेत्रीय बाजारों (regional markets) के लिए भी उत्पादन करती हैं। इसके अलावा, कंपनी के पास मुंबई (Mumbai) और बेंगलुरु (Bengaluru) में अनुसंधान और नवाचार (research and innovation) सुविधाएं भी हैं।
मंत्री के साथ बैठक
सीईओ ने यह भी बताया कि वे मंत्री (minister) के साथ हुई बैठक से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, “हमने भारत के लिए अपनी आपसी महत्वाकांक्षाओं (mutual ambition) को साझा किया।” यह बैठक भारत और L’Oréal (लोरियल) के बीच सहयोग (collaboration) को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। L’Oréal (लोरियल) का भारत में विस्तार न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय बाजार (Indian market) और उपभोक्ताओं (consumers) के लिए भी एक बड़ा अवसर है। कंपनी के प्रयासों से स्थानीय उत्पादन (local production) और रोजगार (employment) में भी वृद्धि होगी।