लखनऊ, 03 जून 2025: लखनऊ विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कृषि महाविद्यालयों में अब स्नातक स्तर पर BSc ऑनर्स एग्रीकल्चर (Agriculture) कोर्स की शुरुआत होने जा रही है। खास बात यह है कि इस कोर्स में छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की भी पढ़ाई कराई जाएगी। इस पहल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों को बढ़ावा देना और छात्रों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना है।
2025-26 सत्र से शुरू होगी पढ़ाई
लखनऊ विश्वविद्यालय और संबद्ध 23 कृषि महाविद्यालयों में सत्र 2025-26 से BSc ऑनर्स एग्रीकल्चर कोर्स शुरू किया जाएगा। विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल ने इस कोर्स को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही, बोर्ड ऑफ स्टडीज और संकाय की बैठक में भी इसकी सहमति मिल चुकी है। इस कोर्स में कुल 166 क्रेडिट होंगे, जिसमें पारंपरिक और व्यावसायिक दोनों तरह की पढ़ाई शामिल होगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बदलेगी खेती की तस्वीर
इस कोर्स में छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ-साथ ड्रोन तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रोफेशनल ऑर्गेनिक फार्मिंग की जानकारी दी जाएगी। पहले दो सेमेस्टर में इंट्रोडक्टरी मैथमेटिक्स और बायोलॉजी की पढ़ाई होगी, ताकि छात्रों को बेसिक्स समझने में आसानी हो। विश्वविद्यालय के कृषि विभाग की अभिष्टा प्रोफेसर ने बताया कि यह कोर्स छात्रों को खेती में नई तकनीकों से जोड़ेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा।

विशेषज्ञों ने दी अहम सलाह
इस कोर्स को तैयार करने में कई विशेषज्ञों की राय ली गई है। इसमें इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च की गाइडलाइंस का पालन किया गया है। कोर्स में प्रोफेशनल मैनेजमेंट, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट और डिजिटल टेक्नोलॉजी जैसे विषयों को भी शामिल किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे छात्रों को खेती में नए अवसर मिलेंगे और वे आधुनिक तकनीकों का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।
छात्रों को मिलेगा रोजगार का मौका
इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों के लिए कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर खुलेंगे। वे खेती के साथ-साथ प्रोफेशनल मैनेजमेंट और डिजिटल फार्मिंग जैसे क्षेत्रों में भी काम कर सकेंगे। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि इस कोर्स के जरिए छात्र न केवल खेती को आधुनिक बनाएं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी साकार करें। यह पहल नये भारत के नये उत्तर प्रदेश (#NayeBharatKaNayaUP) की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।