इंफाल, 02 जून 2025: मणिपुर में आई भयंकर बाढ़ (Flood) के बीच भारतीय सेना (Indian Army) और असम राइफल्स (Assam Rifles) ने मिलकर एक बड़ा राहत अभियान चलाया है। ऑपरेशन जल राहत-2 (Operation Jal Rahat-2) के तहत अब तक 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। यह अभियान खासकर इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों के उन इलाकों में चलाया जा रहा है, जहां पानी भरने से हालात गंभीर हो गए हैं।
नावों से लोगों को निकाला गया
सेना ने 10 बाढ़ राहत दलों (Flood Relief Columns) को तैनात किया है, जो inflatable नावों (Inflatable Boats) और BAUTs की मदद से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रहे हैं। वांगखेई, हेनगांग, लमलॉन्ग, खुरई, JNIMS और अहालुप जैसे इलाकों में सेना ने दिन-रात काम किया। JNIMS अस्पताल में फंसे मरीजों को भी नावों के जरिए बाहर निकाला गया। सेना ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को 800 से ज्यादा पानी की बोतलें और जरूरी सामान भी बांटे।

नदी की दीवार की मरम्मत
बाढ़ की एक बड़ी वजह इरिल नदी (Iril River) की दीवार का टूटना भी रहा। सेना ने अरपति लमखाई के पास टूटी हुई दीवार की आपातकालीन मरम्मत की, ताकि पानी को और फैलने से रोका जा सके। इस काम में सेना और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर तेजी दिखाई।

स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग
सेना और असम राइफल्स लगातार स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि लोगों की जान बचाना और उनकी मदद करना उनकी पहली प्राथमिकता है। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य अभी भी जारी हैं, और सेना ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।