जयपुर, 03 जून 2025: ऑनलाइन फैंटेसी गेमिंग (Online Fantasy Gaming) और ऑनलाइन गैंबलिंग (Online Gambling) प्लेटफॉर्म्स का कारोबार देश में तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही युवाओं पर इसका बुरा असर भी देखने को मिल रहा है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने चिंता जताई है और सरकार से सख्त नियम-कायदे बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि ये प्लेटफॉर्म युवाओं को कर्ज में डुबो रहे हैं और कई मामलों में आत्महत्या (Suicide) जैसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं।
युवाओं पर बढ़ता कर्ज का बोझ
सोशल मीडिया (Social Media) और मीडिया (Media) में लगातार ऐसी खबरें सामने आ रही हैं, जिनमें बताया जा रहा है कि जल्दी अमीर बनने के लालच में युवा इन ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स (Gaming Apps) की चपेट में आ रहे हैं। बार-बार पैसा दांव पर लगाने के कारण लाखों युवा कर्ज में डूब चुके हैं। कुछ मामलों में कर्ज इतना बढ़ गया कि युवाओं ने आत्महत्या तक कर ली। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि सरकार ने इन ऐप्स को अनुमति तो दे रखी है, लेकिन इनके दुष्परिणामों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।

सख्त नियम बनाने की जरूरत
उन्होंने सरकार से अपील की है कि ऑनलाइन गेमिंग (Online Gaming) और गैंबलिंग (Gambling) को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम-कायदे बनाए जाएं। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो युवाओं का भविष्य और बर्बाद हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इन ऐप्स के जरिए युवाओं को जाल में फंसने से बचाने के लिए जागरूकता अभियान (Awareness Campaign) चलाने की भी जरूरत है।
ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ता कारोबार
हाल के आंकड़ों के अनुसार, देश में ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर (Gaming Sector) तेजी से बढ़ रहा है। स्मार्टफोन (Smartphone) और इंटरनेट (Internet) की आसान उपलब्धता ने इस कारोबार को और बढ़ावा दिया है। हालांकि, इसके साथ ही इसके नकारात्मक प्रभाव भी सामने आ रहे हैं, जिसे लेकर अब सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग जोर पकड़ रही है।