SSY Scheme: बेटी के खाते में आयेंगे 58.19 लाख रूपए, बस हर महीने इतना करना होगा निवेश

भारत सरकार ने इस स्कीम को बेटी बचचो बेटी पढाई अभियान के अंतर्गत ही शुरू किया था और आज 2025 में अगर आप अपनी बेटी के नाम से निवेश शुरू करते है तो आगे चलकर आपको बेटी की पढाई के खर्चे की और शादी के खर्चे की बिलकुल भी चिंता करने की जरुरत नहीं होगी। इस समय भारत सरकार बेटियों को इस स्कीम के जरिये 8.2 फीसदी चक्रवर्द्धि ब्याज ऑफर कर रही है जिसके कारण निवेश वाला पैसे काफी तेजी के साथ में बढ़ता है। चलिए आपको इस स्कीम की एक एक बातें डिटेल में बताते है।
ब्याज दर, निवेश की अवधी और सीमा क्या है?
सुकन्या समर्द्धि योजना (SSY) में आप जब बेटी के नाम से खाता खुलवाएंगे तो इस स्कीम (SSY Scheme) में बेटियों को 8.2 फीसदी ब्याज दर का लाभ साल 2025 की पहली तिमाही के लिए दिया जा रहा है। पहली तिमाही हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इसमें ब्याज दर में सरकार समय समय पर बदलाव करती रहती है।
इसके अलावा अवधी की अगर बात करें तो आपको खाता खुलवाकर इसमें 15 साल तक निवेश करना है और इसके 6 साल के बाद में यानि जब खाता खुलवाया था उसके 21 साल के बाद में बेटियों को मच्योरिटी का लाभ दिया जाता है। रही बात निवेश की सीमा की तो इस योजना में आपको 1 साल में कम से कम 250 रूपए जमा करने जरुरी होते है नहीं तो 50 रूपए सालाना की पेनल्टी आपको देनी होगी और ये पेनल्टी तब देनी होगी जब आप खाते को फिर से शुरू करवाएंगे। अधिकतम निवेश एक साल में आप इसमें 1.5 लाख का कर सकते है।
बेटियों का खाता खुलवाने के नियम
एसएसवाई स्कीम में बेटी के नाम से खाता तभी तक खुलवाया जा सकता है जब तक बेटी की आयु 10 वर्ष या इसके निचे है। इससे अधिक आयु होने पर आप खाता नहीं खुलवा सकते। इसके अलावा एक परिवार में अगर 2 बेटी है तो दोनों को लाभ दिया जायेगा और अगर दोनों में एक बेटी सिंगल जन्म लेती है और दूसरी बेटी जुड़वां जान होता है तो फिर तीनों बेटियों को इसमें खाता खुलवाने की अनुमति दी जाती है।
खाता खुलवाने के समय में बेटी के जन्म के दस्तावेज, माता पिता के आधार कार्ड और फोटो, बेटी का आधार कार्ड और साथ में माता पिता का स्थाई निवास का प्रमाण पत्र आपको जमा करना होगा। योजना में खाता आप डाकघर में भी खुलवा सकते है और बक में जाकर के भी खाता खुलवाया जा सकता है।
58.19 लाख रूपए का रिटर्न कैसे मिलेगा
SSY Scheme में निवेश करने के बाद में आप अगर बेटी को 58.19 लाख रूपए रिटर्न के समय में दिलवाना चाहते है तो आपको हर महीने इस स्कीम में 10500 रूपए का निवेश करना होगा। इस हिसाब से आपका एक साल का निवेश 1.26 लाख का होगा और जब आप इसमें 15 साल तक लगातार ये निवेश करेंगे तो आपका कुल निवेश इस स्कीम में ₹18,90,000 का हो जायेगा। इस पर सरकार बेटी को 8.2 फीसदी चक्रवर्द्धि ब्याज का लाभ देती है जिसके चलते बेटी को मच्योरिटी के समय में ₹58,19,166 रिटर्न मिलता है। इसमें ₹39,29,166 ब्याज का पैसा होता है।
पढाई और शादी के खर्चे होंगे पुरे
एसएसवाई स्कीम में सरकार की तरफ से ये नियम भी बनाये गए है की आप इसमें जो भी पैसा निवेश कर रहे है उस पैसे में से बेटी की आयु 18 वर्ष की होने पर उसकी पढाई के लिए आप स्कीम में जमा पैसे में से 50 फीसदी पैसा निकाल सकते है ताकि बेटी की अच्छे से पढाई करवाई जा सके। इसके अलावा पैसे की निकासी के समय में आपको बेटी की पढाई के डॉक्यूमेंट देने होते है। साथ में जब भी आप बेटी की शादी करते है तो भी आप स्कीम में जमा पैसे में से निकासी करके बेटी की शादी के सभी खर्चों को पूरा कर सकते है। इसके अलावा अगर बाकि पैसा स्कीम में बचता है तो उस पैसे को आप मच्योरिटी के समय में बेटी को दे दिए जाते है।