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राजस्थान में लंपी रोग से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू, 1 करोड़ से ज्यादा पशुओं को लगेगा टीका

Published on: June 2, 2025 6:22 PM IST
Vaccination campaign started in rajasthan to prevent lumpy disease, more than 1 crore animals will be vaccinated

जयपुर, 2 जून 2025: राजस्थान सरकार ने पशुओं को लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) से बचाने के लिए एक बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है। पशुपालन मंत्री ने इस अभियान का शुभारंभ किया, जिसके तहत राज्य में 1 करोड़ 11 लाख गौवंशीय पशुओं को टीका लगाया जाएगा। इस पहल का मकसद पशुओं को इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रखना और पशुपालकों को नुकसान से बचाना है।

पशुओं की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम

इस अभियान के दौरान पशुपालन मंत्री ने खुद पशुओं को चारा खिलाकर और उनकी देखभाल करके इस कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) एक गंभीर बीमारी है, जो पशुओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और पशुपालकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाती है। इस अभियान के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राज्य के सभी गौवंशीय पशु इस बीमारी से सुरक्षित रहें।

पहले भी हो चुके हैं टीकाकरण के प्रयास

लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) से निपटने के लिए राजस्थान सरकार पहले भी कई कदम उठा चुकी है। साल 2022 में भी सरकार ने इस बीमारी से बचाव के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया था। उस दौरान राज्य के चार जिलों में टीकाकरण शुरू किया गया था, जिसमें करीब 5 लाख टीके लगाए गए थे। इस बार अभियान को और व्यापक बनाया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा पशुओं को फायदा मिल सके। लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) एक वायरल बीमारी है जो गाय और भैंस जैसे गौवंशीय पशुओं को प्रभावित करती है। यह रोग पॉक्सवायरस (Poxvirus) की वजह से होता है और खून चूसने वाले कीड़ों जैसे मच्छर, मक्खी या टिक्स के जरिए फैलता है। इस बीमारी में पशुओं की त्वचा पर गांठें बन जाती हैं, बुखार, आंखों से पानी, लार गिरना और दूध उत्पादन में कमी जैसे लक्षण दिखते हैं। गंभीर मामलों में यह पशु की मौत का कारण भी बन सकता है।

पशुपालकों के लिए राहत की उम्मीद

यह अभियान पशुपालकों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। लंपी रोग (Lumpy Skin Disease) के कारण पशुओं की सेहत खराब होने और दूध उत्पादन में कमी जैसी समस्याएं सामने आती हैं। इस टीकाकरण से न सिर्फ पशुओं की जान बचेगी, बल्कि पशुपालकों की आजीविका भी सुरक्षित होगी। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यह अभियान सभी जिलों में प्रभावी ढंग से लागू हो। इस अभियान को लेकर पशुपालकों में उत्साह देखा जा रहा है। सरकार की इस पहल से न केवल पशुओं का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि राज्य में पशुपालन को भी बढ़ावा मिलेगा।

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