जयपुर, 2 जून 2025: राजस्थान सरकार ने जल संरक्षण (Water Conservation) को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) और गंगादशमी (Ganga Dussehra) के अवसर पर ‘वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान (Vande Ganga Jal Sanrakshan-Jan Abhiyan)’ की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान की तैयारियों को लेकर जल संसाधन मंत्री (Water Resources Minister) की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए।
दो सप्ताह तक चलेगा अभियान
यह अभियान पूरे राज्य में दो सप्ताह तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण (Water Conservation) के लिए लोगों को जागरूक करना और नए जल भंडारण ढांचों (Water Storage Structures) का निर्माण करना है। साथ ही पुराने जलाशयों (Reservoirs) की सफाई और पुनर्जनन पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस दौरान वंदे गंगा कलश यात्रा (Vande Ganga Kalash Yatra) और प्रमुख जलाशयों पर पूजा कार्यक्रम जैसे आयोजन भी होंगे।
पर्यावरण संरक्षण को मिलेगी मजबूती
जल संसाधन मंत्री (Water Resources Minister) ने बताया कि यह अभियान पर्यावरण संरक्षण (Environmental Conservation) को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सरकार जल और पर्यावरण संवर्धन (Environmental Enhancement) के लिए नीतिगत फैसले ले रही है। इस अभियान के जरिए लोगों को जल संचय (Water Harvesting) और संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाएगा, ताकि भविष्य में जल संकट (Water Crisis) से बचा जा सके।
सांस्कृतिक परंपराओं का भी होगा सम्मान
यह अभियान विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) और गंगादशमी (Ganga Dussehra) के मौके पर शुरू हो रहा है, जो राजस्थान की सांस्कृतिक परंपराओं (Cultural Traditions) को भी सम्मान देता है। सरकार का मानना है कि पर्यावरण संरक्षण (Environmental Conservation) और सांस्कृतिक मूल्यों को जोड़कर इस अभियान को और प्रभावी बनाया जा सकता है। इस अभियान के तहत राज्य भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। सरकार की ओर से यह भी अपील की गई है कि सभी लोग इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और जल संरक्षण (Water Conservation) के इस प्रयास को सफल बनाएं।