सीकर, राजस्थान: ईंट भट्टों पर अवैध बंग्लादेशी घुसपैठियों की धरपकड़, 55 और पकड़े गए

सीकर, 3 मई 2025: राजस्थान के सीकर जिले में अवैध बंग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को 55 बंग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया, जो स्थानीय ईंट भट्टों पर काम कर रहे थे। यह कार्रवाई गुरुवार को 36 घुसपैठियों की गिरफ्तारी के बाद की गई, जिससे राज्य में इस तरह की गतिविधियों पर सख्ती और बढ़ गई है।
दूसरे दिन भी जारी रहा अभियान
सीकर जिले के खंडेला थाना क्षेत्र में गुरुवार को 36 अवैध बंग्लादेशी नागरिकों को पकड़ने के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी। शुक्रवार को एक और छापेमारी के दौरान 55 और घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया। ये लोग बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे और ईंट भट्टों पर मजदूरी कर रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये कार्रवाई केंद्र सरकार के एक सलाहकारी के बाद शुरू की गई थी, जिसमें अवैध प्रवासियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी।
राजस्थान में 400 से ज्यादा बंग्लादेशी पकड़े गए
पिछले कुछ समय में राजस्थान में अवैध बंग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पूरे राज्य में अब तक 400 से ज्यादा बंग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है। इनमें से ज्यादातर लोग बंगाल के रास्ते भारत में दाखिल हुए और धीरे-धीरे राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में बस गए। कई घुसपैठियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान हासिल करने की कोशिश भी की।
स्थानीय लोगों और मजदूरों में आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और मजदूरों में गुस्सा देखा जा रहा है। उनका कहना है कि अवैध घुसपैठिए न केवल उनकी रोजी-रोटी छीन रहे हैं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रहे हैं। एक स्थानीय मजदूर ने कहा, “ये लोग कम पैसे में काम करते हैं, जिससे हमें काम नहीं मिलता। सरकार को इन्हें तुरंत देश से बाहर करना चाहिए।”
सुरक्षा और प्रशासनिक के लिए बड़ी चुनौती
सामाजिक कार्यकर्ताओं और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अवैध घुसपैठ की यह समस्या केवल राजस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी चुनौती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। कई लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि आखिर ये घुसपैठिए भारत में इतनी आसानी से कैसे दाखिल हो रहे हैं और इन्हें पनाह कौन दे रहा है।
फर्जी आईडी और वोटर कार्ड की आशंका
राजस्थान सरकार ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाने का दावा किया है। राज्य के गृह मंत्रालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, केंद्र सरकार के साथ मिलकर इन लोगों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। हालांकि, कई घुसपैठियों के पास फर्जी वोटर आईडी और अन्य दस्तावेज होने की आशंका ने प्रशासन के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
पिछले कुछ महीनों में राजस्थान में अवैध बंग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान और गिरफ्तारी में तेजी आई है। साल 2024 में 22 बंग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था, जिनमें से 14 को वापस उनके देश भेज दिया गया। वहीं, 2025 में अब तक सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।