नई दिल्ली : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने नवीनतम अपडेट में देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाले दिनों में मौसम के महत्वपूर्ण बदलावों की भविष्यवाणी की है। विभाग ने कुछ क्षेत्रों में भीषण गर्मी और लू की चेतावनी दी गई है, तो वहीं कुछ अन्य हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। नागरिकों से मौसम की नवीनतम जानकारी के लिए सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की गई है।
उत्तर और मध्य भारत में लू का प्रकोप जारी रहने की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 3-4 दिनों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू (हीटवेव) की स्थिति बनी रह सकती है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर तापमान 44-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे लू की स्थिति गंभीर हो सकती है।
प्रातः कालीन मौसम परिचर्चा (04.06.2025)
YouTube : https://t.co/cjozrL22rp
Facebook : https://t.co/WeNulsSD69#imd #weatherupdate #india #weatherforecast #rainfallupdate #mausam #thunderstorm #rainfall@moesgoi @ndmaindia @DDNational @airnewsalerts pic.twitter.com/WSoAs1MIwm— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 4, 2025
IMD ने विशेष रूप से दोपहर के समय (11 बजे से 4 बजे के बीच) बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। यदि बाहर निकलना आवश्यक हो, तो हल्के रंग के, ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें, सिर को ढककर रखें और पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। बुजुर्गों, बच्चों और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) और हीट स्ट्रोक के लक्षणों पर नजर रखें और ऐसी स्थिति में तत्काल चिकित्सकीय सहायता लें।
दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की संभावना
दूसरी ओर, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर के राज्यों में मौसम का मिजाज बिल्कुल विपरीत रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने केरल, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अगले 48-72 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।
भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव और कुछ स्थानों पर भूस्खलन जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नागरिकों को जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने, कमजोर संरचनाओं से बचने और नदियों के किनारे सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं और मौसम प्रतिकूल रह सकता है।
किसानों और स्थानीय प्रशासन के लिए सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को भी अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। लू प्रभावित क्षेत्रों में फसलों की उचित सिंचाई का प्रबंध करें, जबकि बारिश संभावित क्षेत्रों में जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। स्थानीय प्रशासन को भी मौसम की चेतावनी के मद्देनजर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।