कभी सोचा है कि एक छोटा सा नंबर आपकी जिंदगी में इतना बड़ा रोल कैसे खेल सकता है? हाँ, मैं बात कर रहा हूँ CIBIL स्कोर की। ये वो नंबर है जो बैंक वाले आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का आलमारी खोलने से पहले चेक करते हैं। चाहे घर का लोन लेना हो, कार की EMI चुकानी हो, या बस क्रेडिट कार्ड चाहिए, आपका CIBIL स्कोर तय करता है कि रास्ता गुलज़ार होगा या कांटों भरा। मेरा एक दोस्त, राहुल, इसका जीता-जागता उदाहरण है। उसका स्कोर 550 तक लुढ़क गया था, और लोन तो दूर, क्रेडिट कार्ड भी कोई देने को तैयार नहीं था। लेकिन उसने कुछ आसान कदम उठाए, और साल भर में उसका स्कोर 750 के पार पहुँच गया! आइए, जानते हैं कि वो कौन से तरीके हैं जो आपके CIBIL स्कोर को चमका सकते हैं, बिना किसी बोरिंग लेक्चर के।
CIBIL स्कोर आखिर है क्या, और ये इतना जरूरी क्यों?
CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच का एक नंबर है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का रिपोर्ट कार्ड है। ट्रांसयूनियन CIBIL, जो भारत की टॉप क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है, इसे बनाती है। स्कोर जितना ऊँचा, लोन मिलना उतना आसान, और ब्याज दरें भी कम। लेकिन अगर स्कोर कम है, तो बैंक वाले आपको ऐसे देखते हैं जैसे आपने उनके पैसे पहले ही डुबा दिए हों। राहुल की कहानी ही लो। वो क्रेडिट कार्ड का बिल भूल जाता था, EMI लेट हो जाती थी, और नतीजा? उसका स्कोर फ्री फॉल में चला गया।
स्कोर खराब होने की वजहें
कई बार छोटी-छोटी गलतियाँ आपके स्कोर को नीचे खींच लेती हैं। क्रेडिट कार्ड का बिल लेट करना, लोन की EMI मिस करना, या जरूरत से ज्यादा क्रेडिट ले लेना। राहुल ने बताया कि उसने एक बार क्रेडिट कार्ड की लिमिट को फुल खर्च कर दिया था, और सोचा कि अगले महीने चुका देगा। लेकिन उस एक गलती ने उसके स्कोर को तहस-नहस कर दिया। कभी-कभी तो CIBIL रिपोर्ट में गलतियाँ भी हो सकती हैं, जैसे कोई पुराना लोन जो आपने चुका दिया, वो अभी भी बकाया दिख रहा हो। तो, चलो, अब बात करते हैं उन तरीकों की जो आपके स्कोर को फिर से आसमान छूने में मदद करेंगे।
CIBIL स्कोर को चमकाने के आसान और असरदार तरीके
1. बिल्स और EMI समय पर चुकाओ
सबसे बड़ा नियम है – समय पर पेमेंट। चाहे क्रेडिट कार्ड का बिल हो या लोन की EMI, एक भी पेमेंट मिस करने से स्कोर को चोट लग सकती है। राहुल ने तो अपने फोन में रिमाइंडर सेट कर लिए थे, लेकिन मैंने उससे एक बेहतर ट्रिक सीखी।
टिप: अपने बिल्स को ऑटो-पे पर डाल दो। बैंक खाते से अपने आप पैसे कट जाएँगे, और भूलने का टें�न खत्म।
एक्स्ट्रा टिप: अगर तुम्हारा सैलरी डे और बिल की ड्यू डेट अलग-अलग हैं, तो बैंक से ड्यू डेट बदलवाने की रिक्वेस्ट करो। ये छोटा सा बदलाव जिंदगी आसान कर देता है।
2. क्रेडिट लिमिट को फुल मत करो
क्रेडिट यूरिलाइजेशन रेशियो (CUR) नाम की चीज है। मतलब, अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल मत करो। मेरा दोस्त राहुल एक बार शॉपिंग में बहक गया और पूरी लिमिट खर्च कर दी। नतीजा? उसका स्कोर डाउन।
क्या करें? अगर तुम्हारी लिमिट 50,000 है, तो 15,000 से ज्यादा बकाया न रखो।
स्मार्ट मूव: अगर खर्च ज्यादा है, तो बैंक से लिमिट बढ़ाने को बोलो, लेकिन खर्च करने की आदत पर कंट्रोल रखो, वरना मुसीबत हो जाएगी।
3. पुराने कर्ज को निपटाओ
अगर पुराना कर्ज पड़ा है, खासकर हाई-इंटरेस्ट वाला, तो उसे जल्दी से जल्दी चुकाने की कोशिश करो। राहुल ने अपने क्रेडिट कार्ड का 20,000 रुपये का बकाया एक बार में चुकाया, और उसका स्कोर तीन महीने में 50 पॉइंट्स ऊपर चला गया।
सुझाव: छोटे-छोटे कर्ज पहले निपटाओ। ये जल्दी खत्म होते हैं और स्कोर पर फटाफट असर डालते हैं।
ध्यान रखो: अगर कई लोन हैं, तो सबसे महँगा वाला पहले चुकाओ।
4. बार-बार लोन या कार्ड के लिए अप्लाई मत करो
हर बार जब तुम लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हो, बैंक तुम्हारी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करता है। इसे हार्ड इन्क्वायरी कहते हैं, और ज्यादा इन्क्वायरी स्कोर को नीचे खींच सकती है।
क्या करें? पहले अपनी CIBIL रिपोर्ट चेक करो, ताकि तुम्हें अपनी पोजीशन पता हो।
टिप: अगर लोन की तलाश में हो, तो एक ही बार में कई बैंकों से कोट्स ले लो, ताकि इन्क्वायरी कम रहें।
5. CIBIL रिपोर्ट को चेक करो
कभी-कभी CIBIL रिपोर्ट में गड़बड़ हो सकती है। जैसे, राहुल की रिपोर्ट में एक पुराना लोन बकाया दिख रहा था, जो उसने सालों पहले चुका दिया था। उसने CIBIL से संपर्क किया, गलती ठीक करवाई, और उसका स्कोर 30 पॉइंट्स ऊपर चला गया।
क्या करें? साल में एक बार CIBIL की वेबसाइट से अपनी फ्री रिपोर्ट चेक करो।
प्रो-टिप: अगर कोई गलती दिखे, तो तुरंत ठीक करवाओ। ये छोटा सा कदम रातों-रात स्कोर सुधार सकता है।
6. क्रेडिट मिक्स का ख्याल रखो
अच्छा स्कोर चाहिए, तो सिक्योर्ड (जैसे होम लोन) और अनसिक्योर्ड (जैसे क्रेडिट कार्ड) क्रेडिट का बैलेंस बनाओ। लेकिन हद से ज्यादा क्रेडिट मत ले लेना, वरना लोहे के चने चबाने पड़ सकते हैं।
सुझाव: अगर तुम्हारे पास सिर्फ क्रेडिट कार्ड है, तो एक छोटा सा सिक्योर्ड लोन (जैसे गोल्ड लोन) लेने पर विचार करो। ये स्कोर को बूस्ट कर सकता है।
धैर्य रखो, भाई, ये रातों-रात नहीं होता
CIBIL स्कोर को ठीक करना कोई जादू की पुड़िया नहीं है। राहुल को भी 6 महीने लगे थे 600 तक पहुँचने में, और फिर और मेहनत करके 750 पार किया। अगर तुम लगातार सही कदम उठाओगे, तो स्कोर धीरे-धीरे चमकने लगेगा। एक मिस्ड EMI का असर 6-12 महीने तक रह सकता है, लेकिन अच्छी आदतें इसे ठीक कर देती हैं।