
nagpanchmi
सावन का महीना चल रहा है और इस महीने में कई बड़े त्यौहार एवं पूजा के अवसर आने वाले है। और इन अवसर पर पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति के उपाय किया जा सकता है। आज नागपंचमी है जो की हर साल सावन महीने की शुक्ल पक्ष पंचमी को आती है। और आज के दिन काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए विधिवत पूजा की जाती है। आज का दिन खासतौर पर नागो की पूजा शुभ माना जाता है।
अगर आप पर काल सर्प दोष चल रहा है तो आप आज नागपंचमी के दिन विधिवत पूजा करके अपनी कुंडली में इस दोष से राहत पा सकते है। आपको आज के दिन सुबह के समय पूजा करनी चाहिए। आज पूजा शुरू करने के लिए सुबह मुहूर्त सुबह के 5:41 बजे से लेकर सुबह 8:23 बजे तक का रहेगा। इस दौरान पूजा करना सर्वोत्तम माना जाता है। हालाँकि नागपंचमी की पूजा 28 जुलाई की रात 11:24 बजे शुरू होकर 30 जुलाई की रात 12:46 बजे तक रहने वाली है।
क्या है काल सर्प दोष
यदि किसी व्यक्ति पर काल सर्प दोष होता है तो उसको काफी दिक्क़ते होने लगती है। जीवन में आर्थिक संकट, पारिवारिक जीवन में कलह, मानसिक परेशानिया होने लगती है। कार्यो में नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। दुर्घटनाओं की आशंका होती है। लेकिन विधिवत पूजा करके इस दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। नागपंचमी के दिन पूजा करके इस दोष में राहत मिलती है।
कैसे होगी पूजा की तैयारी
जिन लोगो पर काल सर्प दोष है उनको सुबह के समय जल्दी उठना है और नहा धोकर सुबह भगवान भोलेनाथ को और अन्य नागदेवताओं का विधिपूर्वक पूजन करना होगा। भगवान् शिव को सुबह के समय दूध , दही, घी, शहद का अर्पण करना है। और साथ में महामृत्युजंय मन्त्र का जाप करना होता है। इससे जीवन में मानसिक एवं पारिवारिक समस्या में राहत मिलती है। इसके साथ आज नागपंचमी के दौरान उपवास रखना होता है। और नाग देवताओ की पूजा के साथ आगामी 41 दिन तक चंदन का तिलक लगाना है। जिससे जीवन में काल सर्प दोष का प्रभाव कम होने लगता है।
ये बाते रखे ध्यान
जिन लोगो पर काल सर्प दोष है उनको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए। आज के दिन पूजा विधिपूर्वक एवं विश्वाश के साथ करे। और सबसे जरुरी है की योग्य ज्योतिष के साथ आपको सलाह जरूर करनी होगी। पूजा में आपको हल्दी, चावल, दूध, फूल रो अन्य आवशयक सामग्री रखनी होगी। और ध्यान रखे की सभी चीजे पहले से ही रखे ताकि पूजा के बीच व्यवधान ना हो। सूर्योदय से पहले या इसी मुहूर्त के दौरान पूजा आरंभ करना अच्छा रहता है। ध्यान रखें कि पूजा के लिए घर की साफ-सफाई और शुद्ध सामग्री होना जरूरी है।