Haryana News: हरियाणा में बस स्टैंड्स बनेंगे आधुनिक, गुजरात के PPP मॉडल से होगा निर्माण

Haryana News: हरियाणा सरकार ने अपने शहरों में आधुनिक बस स्टैंड्स बनाने के लिए गुजरात के पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल को अपनाने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के परिवहन विभाग ने गुजरात के सूरत और अहमदाबाद जैसे शहरों में PPP मॉडल के तहत बने बस स्टैंड्स का अध्ययन शुरू कर दिया है। इसका मकसद यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देना और राज्य के परिवहन ढांचे को मजबूत करना है।
गुजरात का PPP मॉडल क्यों खास?
गुजरात ने PPP मॉडल के जरिए अपने बस स्टैंड्स को न सिर्फ आधुनिक बनाया बल्कि उन्हें कमाई का जरिया भी बनाया है। सूरत का अल्थान बस डिपो इसका शानदार उदाहरण है जो सौर ऊर्जा से चलता है और इसमें 100 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लगा है। ये डिपो इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने की सुविधा के साथ पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। हरियाणा भी ऐसा ही कुछ अपने शहरों जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद और हिसार में करना चाहता है।
क्या है हरियाणा की योजना?
हरियाणा सरकार ने हाल ही में तीन शहरों में PPP मॉडल पर बस स्टैंड बनाने की योजना बनाई थी लेकिन परिवहन मंत्री अनिल विज ने इस पर कुछ सवाल उठाए हैं। सूत्रों के अनुसार विज चाहते हैं कि इस मॉडल में पारदर्शिता हो और जनता को इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा मिले। अब सरकार गुजरात के मॉडल से प्रेरणा लेकर ऐसी नीति बनाएगी जिसमें निजी कंपनियों के साथ मिलकर आधुनिक बस स्टैंड बनाए जाएं। इनमें वाई-फाई, साफ-सुथरे वेटिंग रूम, फूड कोर्ट और दुकानों जैसी सुविधाएं होंगी।
यात्रियों को मिलेगा फायदा
नए बस स्टैंड्स से यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा। अभी कई बस स्टैंड पुराने ढांचे और भीड़भाड़ की वजह से बदहाल हैं। गुजरात के मॉडल से प्रेरित होकर हरियाणा में बनने वाले बस स्टैंड्स में नई तकनीक जैसे कि रियल-टाइम बस ट्रैकिंग और डिजिटल टिकटिंग को शामिल किया जा सकता है। इससे न सिर्फ यात्रियों को सुविधा होगी बल्कि स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
हरियाणा सरकार जल्द ही गुजरात के अधिकारियों और PPP विशेषज्ञों के साथ बैठक कर इस योजना को अंतिम रूप देगी। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो हरियाणा के बस स्टैंड्स जल्द ही गुजरात की तरह चमकने लगेंगे!