
रेवाड़ी, 3 मई 2025: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में विकास एवं पंचायत विभाग के निदेशक डॉ. जे.के. अभीर ने शनिवार को विभिन्न गांवों का दौरा कर मनरेगा योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने पर जोर दिया।
मनरेगा के तहत करोड़ों की परियोजनाएं
डॉ. जे.के. अभीर ने रेवाड़ी जिले के कई गांवों में मनरेगा योजना के तहत संचालित परियोजनाओं का जायजा लिया। इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, नहरों की मरम्मत, और जल संरक्षण से जुड़े कार्य शामिल हैं, जिन पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति की समीक्षा की। एक स्थल पर सड़क निर्माण के लिए तैयार किए गए पत्थरों और मिट्टी के ढेर को देखते हुए उन्होंने कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों को रोजगार देने की अपील
निरीक्षण के दौरान डॉ. अभीर ने कहा, “मनरेगा योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार प्रदान करना है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को काम मिले और गांवों का विकास भी हो।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्रामीणों को इस योजना से जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि जरूरतमंद परिवारों को इसका लाभ मिल सके।
स्थानीय स्तर पर कार्यों की निगरानी
डॉ. अभीर ने गांवों में बनाए गए संकेतक बोर्डों का भी अवलोकन किया, जिनमें विभिन्न स्थानों की दूरी और दिशा दर्शाई गई थी। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर परियोजनाओं की प्रगति और चुनौतियों पर बात की। एक स्थान पर ट्रैक्टर और मिट्टी की खुदाई के कार्य को देखते हुए उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि कार्य समय पर पूरा हो और संसाधनों का सही उपयोग हो।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को 100 दिन का गारंटीशुदा रोजगार प्रदान करती है। यह योजना न केवल रोजगार सृजन करती है, बल्कि ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। रेवाड़ी जिले में इस योजना के तहत सड़क, नहर, और तालाब जैसे कई कार्य किए जा रहे हैं, जो स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो रहे हैं।
डॉ. अभीर ने बताया कि आने वाले दिनों में मनरेगा के तहत और अधिक परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति दी जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय समुदाय की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।