कांवड़ यात्रा 2025: रेवाड़ी में बिना इजाजत नहीं लगेगा शिविर, SP ने तैयारियों का लिया जायजा

Rewari News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। 11 जुलाई से शुरू हो रही इस धार्मिक यात्रा के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं। रेवाड़ी पुलिस ने साफ कर दिया है कि बिना अनुमति के कोई भी कांवड़ शिविर नहीं लगाया जा सकेगा। इसके साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक (SP) ने कांवड़ मार्ग का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया और यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है।
शिविर लगाने के लिए लेनी होगी अनुमति
रेवाड़ी प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान शिविरों के लिए सख्त गाइडलाइंस बनाई हैं। रेवाड़ी में कोई भी संगठन या व्यक्ति बिना प्रशासन की मंजूरी के शिविर नहीं लगा सकेगा। शिविरों को मुख्य सड़कों से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर लगाना होगा ताकि ट्रैफिक में कोई परेशानी न हो।
साथ ही शिविरों में साफ-सफाई, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और अग्निशमन उपकरणों की व्यवस्था अनिवार्य होगी। प्रशासन ने यह भी कहा है कि शिविरों में अश्लील गानों पर पूरी तरह रोक रहेगी और डीजे की ऊंचाई भी तय सीमा से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
SP ने लिया मार्ग का जायजा
रेवाड़ी के SP हेमंत कुमार मीणा ने कांवड़ मार्ग का दौरा कर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की तैयारियों को परखा। इस दौरान उन्होंने बिजली के खंभों को पॉलिथीन से ढकने और सड़कों के गड्ढे भरने के निर्देश दिए। SP ने बताया कि कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
इसके अलावा, ड्रोन और CCTV कैमरों से भी पूरे मार्ग पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा मकसद है कि कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो और यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हो।”
ट्रैफिक एडवाइजरी भी की जारी
पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। रेवाड़ी के मुख्य मार्गों पर 11 से 23 जुलाई तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। NH-48 और अन्य प्रमुख सड़कों पर भारी वाहनों को बायपास रास्तों से भेजा जाएगा।
यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें ताकि जाम की स्थिति से बचा जा सके। पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं जो 24×7 उपलब्ध रहेंगे।
कांवड़ियों के लिए खास इंतजाम
रेवाड़ी प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए पेयजल, मोबाइल शौचालय और मेडिकल कैंप की व्यवस्था की है। साथ ही एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है जिसके जरिए कांवड़िए शिविरों, रास्तों और नजदीकी सुविधाओं की जानकारी ले सकेंगे। प्रशासन का कहना है कि यह यात्रा आस्था का प्रतीक है और इसे सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।