मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (Jaipur Weather Center) ने 30 जून 2025 को एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया। उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) के कारण राजस्थान में मौसम (Weather) में बदलाव की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार यह सिस्टम अगले कुछ दिनों में मानसून (Monsoon) को और सक्रिय कर सकता है। इस कम दबाव के कारण राजस्थान में मानसून (Monsoon) की गतिविधियां और भी बढ़ने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति अगले सप्ताह तक सक्रिय रहेगी, जिससे राज्य में अच्छी बारिश की संभावना बन रही है। मौसम विभाग (Weather Department) ने बताया कि यह कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे और मजबूत हो रहा है, जो राज्य के मौसम (Rajasthan Weather) को प्रभावित करेगा। इससे राज्य के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ शुरू हो सकती हैं। यह खबर खासकर किसानों (Farmers) और स्थानीय लोगों के लिए राहत भरी है, जो गर्मी से परेशान हैं।
पश्चिमी राजस्थान में 2 जुलाई से बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान में 2 जुलाई से बारिश (Rainfall) शुरू होने की संभावना है। खासकर जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर और उदयपुर जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यह बारिश गर्मी से राहत दिलाएगी और तापमान (Temperature) में कमी ला सकती है। हाल के अपडेट्स के अनुसार जून में औसत तापमान 32 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, लेकिन बारिश के बाद इसमें 2-3 डिग्री की गिरावट संभव है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेती (Agriculture) की तैयारियाँ शुरू करें।

पूर्वी राजस्थान में भी मानसून की हलचल
पूर्वी राजस्थान, खासकर जयपुर, अलवर, कोटा और सवाई माधोपुर जैसे इलाकों में भी मानसून की सक्रियता बढ़ने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि 1 जुलाई से इन क्षेत्रों में मेघगर्जन (Thunderstorm) के साथ हल्की बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश (Heavy Rainfall) की भी संभावना जताई गई है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अलर्ट (Weather Alert) पर नज़र रखें और जलभराव (Waterlogging) से बचने के लिए सावधानी बरतें। यह अपडेट खासकर यात्रियों (Travelers) के लिए भी उपयोगी है।
सावधानी और तैयारी की सलाह
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सतर्क रहें। खासकर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव और बिजली गिरने (Lightning) से बचने की सलाह दी गई है। यह जानकारी सीधे मौसम विभाग के आधिकारिक अपडेट्स पर आधारित है, जो विश्वसनीय और सटीक है। किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे बारिश के पानी का उपयोग खेती के लिए करें, ताकि फसलों (Crops) को लाभ हो। मौसम विभाग की वेबसाइट (IMD Website) पर ताज़ा अपडेट्स चेक करने की सलाह दी गई है।