मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत पर हमला: पहलगाम हमले पर बयान के बाद भड़की जनता, पुलिस ने बचाया

मुजफ्फरनगर, 03 मई 2025: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत पर भीड़ ने हमला कर दिया। यह घटना पहलगाम आतंकी हमले पर उनके विवादास्पद बयान के बाद हुई, जिसमें उन्होंने हमले को उन लोगों का काम बताया था, जो इससे लाभान्वित होते हैं। इस बयान से नाराज लोगों ने टिकैत को घेर लिया और उनकी पगड़ी उछाल दी, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
घटना की तस्वीरों में दिख रहा है कि राकेश टिकैत, जो नारंगी पगड़ी और सफेद कुर्ता पहने हुए हैं, को भीड़ ने घेर रखा है। कुछ लोग उन्हें धक्का दे रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। भीड़ में कई लोग नारंगी झंडे लिए हुए हैं और नारेबाजी करते दिख रहे हैं। इस दौरान स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पुलिस को टिकैत को भीड़ से बचाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाना पड़ा।
अखिलेश यादव ने की घटना की निंदा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए कहा, “भाजपा ने किसी एक किसान नेता की ही नहीं, बल्कि हर एक किसान की पगड़ी उछाली है। परम आदरणीय चौधरी चरण सिंह जी ने जीवन भर किसानों के मान-सम्मान की जो लड़ाई लड़ी, ये हमला उनकी उन ऐतिहासिक कोशिशों पर भी हुआ है।” अखिलेश ने इसे उत्तर प्रदेश के किसानों के अपमान से जोड़ते हुए कहा कि गाजीपुर बॉर्डर से लेकर गाजीपुर तक हर किसान इस घटना से आंदोलित है। उन्होंने नारा दिया, “किसान कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!”
भाजपा ने किसी एक किसान नेता की ही नहीं बल्कि हर एक किसान की पगड़ी उछाली है। परम आदरणीय चौधरी चरण सिंह जी ने जीवन भर किसानों के मान-सम्मान की जो लड़ाई लड़ी, ये हमला उनकी उन ऐतिहासिक कोशिशों पर भी हुआ है। इससे ग़ाज़ीपुर बार्डर से ग़ाज़ीपुर तक उप्र का हर किसान आंदोलित है। कोई और भले… pic.twitter.com/0rNDHzm5Hf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 2, 2025
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
इस घटना के बाद X पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने टिकैत के बयान को राष्ट्रविरोधी करार देते हुए जनता के गुस्से को जायज ठहराया। एक यूजर @Sudhir_mish ने लिखा, “अगर आपके हिसाब से हर राष्ट्रवादी भाजपाई है, तो आप नेतागिरी छोड़ दीजिए, क्योंकि फिर आपको सत्ता कभी नहीं मिलनी। यह आम जनता है, जो देशविरोधी बयान और कार्य करेगा, उसको सबक सिखाया जाएगा।” वहीं, @Vinayvichaar ने कहा, “ये पगड़ी किसी किसान की नहीं, पाकिस्तान प्रेमी राकेश टिकैत की उछली। देश इनकी करतूतों को पहचान गया है।”
दूसरी ओर, कुछ लोगों ने इस हमले को किसानों का अपमान बताया। @IqraMunawwar_FC ने लिखा, “ये चौधरी साहब का नहीं, पूरी किसान कौम का अपमान है।” @kuldeepyadavup ने भी भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा, “नहीं चाहिए भाजपा।”
टिकैत का पहलगाम हमले पर बयान बना विवाद का कारण
राकेश टिकैत ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले पर एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह हमला उन लोगों ने करवाया है, जो इससे लाभान्वित होते हैं। इस बयान को कई लोगों ने पाकिस्तान समर्थक और राष्ट्रविरोधी माना, जिसके बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा। मुजफ्फरनगर में एक स्थानीय बंद के दौरान टिकैत वहां पहुंचे थे, जहां भीड़ ने उन्हें घेर लिया और हमला कर दिया।
क्या है राकेश टिकैत का इतिहास?
राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नेता हैं और 2020-21 के किसान आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही थी। वह गाजीपुर बॉर्डर पर हुए प्रदर्शनों के मुख्य चेहरों में से एक थे। टिकैत, मशहूर किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे हैं, जिन्होंने 1980 के दशक में किसानों के हक में कई बड़े आंदोलन किए थे। हालांकि, हाल के वर्षों में राकेश टिकैत के कुछ बयानों ने उन्हें विवादों में ला दिया है।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
मुजफ्फरनगर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए राकेश टिकैत को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ में कुछ लोग काफी आक्रोशित थे, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।