जयपुर, 13 अप्रैल 2025: जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JVVNL) ने राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर दी है। निगम ने पहली बार बिजली की दरों में कमी करने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह घोषणा उन लोगों के लिए खुशखबरी है जो बढ़ती महंगाई के बीच बिजली बिल से परेशान हैं।
बिजली दरों में कमी: 100 यूनिट मुफ्त
जयपुर विद्युत वितरण निगम ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि घरेलू उपभोक्ताओं को पहली 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। यह योजना 2023 में शुरू की गई राजस्थान मुफ्त बिजली योजना का हिस्सा है, जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लागू किया था। इसके अलावा, फिक्स्ड चार्ज में भी कमी करने का प्रस्ताव है ताकि लोगों को बिजली बिल में राहत मिल सके।
50 यूनिट से अधिक खपत पर 25% बढ़ोतरी का प्रस्ताव
हालांकि, इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि 50 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में 25% की बढ़ोतरी हो सकती है। निगम का कहना है कि इससे लागत को संतुलित किया जाएगा। लेकिन इस प्रस्ताव ने कुछ लोगों में नाराजगी भी पैदा की है, क्योंकि इससे कुछ उपभोक्ताओं का बिल बढ़ सकता है।
पहली बार विद्युत शुल्क कम करने का प्रस्ताव pic.twitter.com/8iuTTWQluf
— Jaipur Vidyut Vitran Nigam (@JVVNLCCare) April 11, 2025
बिजली दरें बढ़ने की खबर अखबार में छपी थी
12 अप्रैल 2025 को एक अखबार में छपी खबर के अनुसार, बिजली की दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है। यह खबर JVVNL के दावे के उलट है, जिसमें दरों में कमी की बात कही गई थी। इस खबर से लोगों में असमंजस की स्थिति बन गई है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाया है कि क्या वाकई बिजली सस्ती होगी या फिर महंगी हो जाएगी।
राहत के साथ सवाल भी
सोशल मीडिया पर इस प्रस्ताव को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कुछ लोगों ने इसे अच्छा कदम बताया है, वहीं कुछ ने बिल बढ़ने की आशंका जताई है। एक यूजर ने लिखा, “अगर 100 यूनिट मुफ्त हैं, तो मेरा बिल 123 यूनिट का 1247 रुपये कैसे आया?” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा कि बिजली की आपूर्ति समय पर होनी चाहिए और मीटर का चार्ज कम करना चाहिए।
बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है
राजस्थान में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बदलाव हो रहा है, जिससे बिजली की जरूरत और बढ़ गई है। 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, पूर्वी भारत में मानसून से पहले आंधी की घटनाओं में 20% की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, दिल्ली से 54% अनुपचारित सीवेज यमुना नदी में डाला जा रहा है, जिससे बिजली उत्पादन के लिए पानी की कमी हो रही है।
जयपुर विद्युत वितरण निगम ने कहा है कि यह प्रस्ताव जल्द ही लागू करने की कोशिश की जाएगी। लेकिन लोगों का कहना है कि सरकार को इस पर और स्पष्टता लानी चाहिए ताकि कोई भ्रम न रहे।