मिर्च की खेती से लाखों में कमाई, किसान हो रहे मालामाल, 40 दिन में फसल तैयार
भारत एक बहुत ही विशाल देश है और यहां पर मिर्च की खपत भी काफी अधिक है जिसके चलते इसकी खेती भी काफी अधिक की जाती है। आपको बता दें की भारत में मिर्च का उपयोग अचार के लिए भी बहुत अधिक किया जाता है और हर घर में रोजाना मिर्च का अचार उपयोग में लाया जाता है। चलिए जानते है की मोर्च की खेती कैसे की जाती है और इसमें किन किन बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है।
मिर्च की खेती में शुरुआत ध्यान देने वाली बातें
किसान जब भी मिर्ची की खेती के लिए तैयारी करता है तो उसको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरुरी होता है नहीं तो फसल में पैदावार काफी कम हो सकती है। पहला काम किसान को जो करना है वो है की अपनी भूमि को चेक करना है की इसमें कहीं पर जल भराव की समस्या तो नहीं है और यदि है तो उसको पाटा मारकर सही करना होगा। इसके अलावा किसान को अपने खेत में ये भी देखना होगा की खेत की मिटटी दोमट और हलकी है की नहीं क्योंकि इसमें मिर्च का पौधा अच्छी ग्रोथ करता है।
खेत की किसानों को अच्छे से जुताई करके तैयारी की होती है और इसमें गोबर की खाद डालकर अच्छे से जुताई करनी चाहिए ताकि फसल में देशी खाद लगेगा तो पैदावार भी अधिक होगी। इसके अलावा जब खेत की तैयारी पूरी हो जाती है तो फिर किसानों को इसमें अलग अलग क्यारियों का निर्माण करना होगा ताकि जब भी आप खेत में सिंचाई करेंगे तो उसको अलग अलग हिस्सों में बाँट कर सिंचाई कर सके।
नर्सरी में पौध करनी होगी तैयार
खेत की तैयारी होने के बाद में बारी आती है खेत में मिर्च के पैधे लगाने की तो इसके लिए किसान भाइयों को मार्किट से अच्छी क्वालिटी के बीज लेकर आने है और उसके बाद में खेत के ही एक कोने में इनकी नर्सरी तैयार करनी है। जब मिर्च के पौधे नर्सरी में तैयार हो जाते है तो इनको एक एक करके खेत में रोपाई की जाती है। रोपाई हाथों से भी कर सकते है और आज के समय में मशीन भी आ चुकी है जिसकी मदद से आप तुरंत कुछ ही समय में पुरे खेत में रोपाई का काम कर सकते है।
पौधे से पौधे की दुरी का रखें ख्याल
किसान भाइयों आपको एक बात और भी ध्यान देनी होगी की जब भी आप मिर्ची के पौधों को खेत में लगते है तो आपको इनके बीच में दुरी का ध्यान रखना होगा। आपको एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच में लगभग 1 से डेढ़ फिट की दुरी रखनी है ताकि पौधे का फैलाव अच्छे से हो सके। इसके अलावा आपको सभी पौधों को लाइन मे लगाना है ताकि तुड़ाई के समय में आपको आसानी हो सके।
पौधे लगाने के बाद तुरंत करनी चाहिए सिंचाई
जब आप मिर्ची के सभी पौधे खेत में लगा देते है तो इसके तुरंत बाद में आपको सिंचाई का काम भी पूरा करना है। सिंचाई हलकी हलकी करनी चाहिए ताकि पौधे की मिट्टी डिस्टर्ब ना होने पाए। इसके अलावा किसान भाइयों को नर्सरी में कुछ पौधे बचाकर भी रखने चाहिए ताकि कुछ पौधे अगर सुख जाते है तो उनकी जगह पर आप नये पौधे लगा सकते है।
पौधे लगाने के बाद में किसानों भाइयों का लगभग कार्य पूरा हो जाता है और अब बारी आती है की समय समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करना होगा और सिंचाई का काम पूरा करना होगा। मिर्ची की फसल लगभग 40 से लेकर के 50 दिन में ही फल मिलने शुरू हो जाते है और जब किसान इसकी साइज तुड़ाई करने के लायक हो जाती है तो इसको तोड़कर बाजार में भेजा जाता है।
एक एकड़ में कितनी बचत हो सकती है?
किसान भाई अगर एक एकड़ में मिर्ची की खेती करते है तो उसको काफी मोटा मुनाफा हो सकता है। परम्परागत खेती में अधिक मुनाफा नहीं होता लेकिन मिर्ची की खेती में एक एकड़ से किसान आसानी के साथ में 2 लाख से 3 लाख की कमाई कर सकता है। मिर्ची की खेती में पार्टी एकड़ में लगभग 20 हजार के आसपास लागात भी आ जाती है क्योंकि बीज खरीदने होते है और इसके अलावा कीटनाशकों की खरीदारी भी करनी होती है। अगर मजदूर लगाए है तो उनका भी पैसा देना होता है। फिर भी किसान आसानी के साथ में अपनी परम्परागत खेती की तुलना में तीन गुना तक कमाई कर सकता है।