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पाले ने रोकी फसलों की सांसे, तो करे ये उपाय और हो जाए बेफिक्र

 मैदानी इलाकों, जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सुबह के समय दृश्यता काफी कम हो जाती है । दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5°C रिकॉर्ड किया गया है और दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहती हैं । ये हवाएं इंसानों के साथ-साथ फसलों को भी प्रभावित कर रही हैं
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Frost effect on crops
उत्तर भारत में इन दिनों मौसम काफी ठंडा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है । मैदानी इलाकों, जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सुबह के समय दृश्यता काफी कम हो जाती है । दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5°C रिकॉर्ड किया गया है और दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहती हैं । ये हवाएं इंसानों के साथ-साथ फसलों को भी प्रभावित कर रही हैं l वही फसलों पर पाला व कोहरे की चादर साफ दिखाई पड़ रही है, ठंड के कारण फसलों की वृद्धि दर धीमी हो रही है, जिससे फसलों की उत्पादकता कम होती है। अगर आप भी अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं तो आज हम आपको पाला व कोहरे से अपनी फसल को कैसे बचाये इसके बारे में बताने वाले है l 

क्यों पाला बना फसलो के लिए आफत

पाला एक प्रकार की ठंडी हवा है जो सर्दियों के मौसम में आती है। यह हवा आमतौर पर रात में आती है और इसका तापमान बहुत कम होता है। पाला के कारण फसलों को नुकसान होता है क्योंकि यह हवा फसलों की पत्तियों और तनों को जमा देती है, जिससे फसलों की वृद्धि रुक जाती है और फसलें खराब हो जाती हैं।

पाला के कारण फसलों को नुकसान होने के कई कारण हैं। पहला, पाला के कारण फसलों की पत्तियों पर बर्फ जम जाती है, जिससे पत्तियों को नुकसान होता है। दूसरा, पाला के कारण फसलों के तने जम जाते हैं, जिससे फसलें खड़ी नहीं रह पाती हैं। इसके अलावा, पाला के कारण फसलों की जड़ें जम जाती हैं, जिससे फसलों को पानी और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। इन सभी कारणों से पाला के कारण फसलों को नुकसान होता है। वही दिनों-दिन तापमान कम होने की वजह से सर्द हवाएं फसलों के लिए आफत बन गई है l 

कौन सी फसले हो रही सबसे अधिक प्रभावित

पाला कई फसलों को प्रभावित करता है, जिनमें से कुछ प्रमुख फसलें हैं: गेहूं, जौ, सरसों, आलू, टमाटर, मिर्च, और फलदार पेड़ जैसे कि सेब, नाशपाती और अंगूर। पाला के कारण इन फसलों को नुकसान होता है क्योंकि यह हवा फसलों की पत्तियों और तनों को जमा देती है, जिससे फसलों की वृद्धि रुक जाती है और फसलें खराब हो जाती हैं। इन फसलों में रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल सरसों और आलू है जो सबसे अधिक प्रभावित हो रही है।

कैसे बचाएं आखिर अपनी फसलों को

पाला से अपने फसलों को बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, फसलों को पाला से बचाने के लिए उन्हें ढक देना चाहिए। इसके लिए आप प्लास्टिक की चादर, जूट की बोरी या अन्य सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। इससे फसलों को पाला की ठंडी हवा से बचाया जा सकता है।

इसके अलावा, फसलों को पाला से बचाने के लिए उन्हें गर्म पानी से सींचा जा सकता है। इससे फसलों की जड़ें गर्म हो जाती हैं और पाला के प्रभाव से बच जाती हैं। इसके अलावा, आप फसलों के आसपास मिट्टी को ढक दे सकते हैं जिससे मिट्टी का तापमान बढ़ जाता है और पाला के प्रभाव से बच जाता है।

वही फसलों को पाला से बचाने के लिए कुछ रसायनों का उपयोग भी कर सकते हैं। जैसे कि कैल्शियम कार्बाइड, जो फसलों को पाला से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा, आप फसलों को पाला से बचाने के लिए कुछ जैविक तरीकों का भी उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि फसलों के आसपास मिट्टी में जैविक पदार्थ मिलाना जो फसलों को पाला से बचाने में मदद करता है।
 

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