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घर पर सब्जियां उगाने के हैं शौकीन तो रखें इन बातों का ध्यान,होगी बंपर पैदावार

गांव में लोग आज भी हरी सब्जियों की खेती करते हैं, लेकिन शहरों में सब्जियां उगाना अपने आप में एक चुनौती होती है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि फलों और सब्जियों की उत्पादकता को बेहतर बनाने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद, पानी,तापमान, हवा और प्रकाश का सही संतुलन बनाना होता है
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 If you are fond of growing vegetables at home then keep these things in mind
घर पर सब्जी उगाना एक अच्छा विचार है क्योंकि इससे आपको ताजी और स्वस्थ सब्जियां मिलती हैं। गांव में लोग आज भी हरी सब्जियों की खेती करते हैं, लेकिन शहरों में सब्जियां उगाना अपने आप में एक चुनौती होती है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि फलों और सब्जियों की उत्पादकता को बेहतर बनाने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद, पानी,तापमान, हवा और प्रकाश का सही संतुलन बनाना होता है,  लेकिन यह सभी चीजें शहरों में असंभव सी लगती हैं। अगर आप भी परेशान हैं अपने घर पर सब्जियां उगाने के लिए तो आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिन्हें अपनाने के बाद आप भी आसानी से घर पर सब्जियां उगा सकेंगे l 

साफ-सुथरी जगह का करें चयन

सब्जियां उगाने के लिए सबसे पहले आपको एक साफ सुथरी जगह का चयन करना बेहद ही महत्वपूर्ण है l पौधों की सही जानकारी होने के बाद उस गमले को कहां रखना है उसकी भी जानकारी अच्छे से होनी चाहिए l गमले को हमेशा ऐसी जगह पर रखें जहां सूर्य की पर्याप्त रोशनी कम से कम 6 घंटे जरूर आती हो l ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पौधे सूर्य की रोशनी से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया कर अपना भोजन बनाते है l जो बेहद ही महत्वपूर्ण है।

मिट्टी की गुणवत्ता हो बेहतर

दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि गमले में भरी जाने वाली मिट्टी को खास तरीके से तैयार करना चाहिए l सबसे पहले मिट्टी को भुरभुरी करें और धूप में अच्छे से सुखा दें ताकि नमी निकल जाए l उसके बाद इस मिट्टी के साथ ही रेत और वर्मी कंपोस्ट मिला कर भर दीजिए,इससे मिट्टी की जलधारण क्षमता और पौधों में अंकुरण की क्षमता बढ़ जाएगी l जिससे आपके पौधे की ग्रोथ बहुत ही अच्छी तरह से होगी l 

गमले के आकार का रखें ध्यान

जब भी आप बाजार से किसी गमले को लेकर आए तो उसके आकार का विशेष तौर से ख्याल रखें।वही अगर आप मूली-गाजर, चुकंदर या गोभी लगा रहे हैं तो गमले की गहराई कम से कम 18 इंच के आसपास होनी ही चाहिए l दूसरी ओर टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च या हरी मिर्च के लिए 1 फिट या छोटे गमले भी पर्याप्त होंगे l ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पौधा जब बड़ा होगा तो उसको पर्याप्त जगह मिल पायेगी l 

खाद,पानी की हो विशेष जानकारी

आपको यह बात भली-भांति पता होगी कि बिना खाद-पानी के किसी भी पौधे का विकास नहीं हो सकता। आपको बता दें कि एक बार मिट्टी के साथ ही खाद मिलाकर दी जाती है,जो पौधे 3 महीने में तैयार हो जाते हैं उन्हें रोपाई के 30-45 दिन बाद खाद अवश्य दें l जिन पौधों को तैयार होने में 4-6 महीने का समय लगता है, उन्हें हर महीने दो चम्मच वर्मी कंपोस्ट या कोको पीट खाद दे सकते हैं l पौधों को पानी देने से पहले हमेशा छू कर मिट्टी की नमी की जांचअवश्य कर लें l मिट्टी अगर सूख गई है तभी पर्याप्त मात्रा मे सिंचाई करें l 

 कुछ अन्य बाते जो होगी आपके लिए मददगार 

आमतौर पर यह देखा गया है कि सब्जी के पौधों में अक्सर कीटों का खतरा बना रहता है l कीटों से छुटकारा पाने के लिए नीम की पत्तियों को उबालकर बनाया स्प्रे या फिर नीम के तेल का स्प्रे करें l पौधों की सूखी पत्तियों और टहनियों की छंटाई करना भी बहुत जरूरी है, खाद और कीटनाशक हमेशा ऑर्गेनिक ही देना चाहिए l

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