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बंपर पैदावार देती है बैंगन की ये किस्म, सस्ते दाम में मंगाए बीज और करें खेती

पारम्परिक खेती की बजाय आज के समय में किसानो के लिए सब्जियों की खेती अच्छा मुनाफा देती है, इसमें बैंगन, टमाटरों, गोभी सहित अन्य कई प्रकार की सब्जियों के साथ फलो की खेती भी शामिल है, नई नई किस्मे विकिसत की जा रही है जो दमदार उत्पादन देती है। भारत सरकार भी किसानो को उन्नत कृषि के लिए प्रोत्साहित कर रही है। 
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किसान का कृषि से गहरा संबंध है। किसान कृषि के माध्यम से अपनी आजीविका चलाते हैं और अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। किसान खेतों में फसलें उगाते हैं, उनकी देखभाल करते हैं और फिर उन्हें बाजार में बेचते हैं। इसी कड़ी मे बैगन एक लोकप्रिय सब्जी है जो भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। यह एक प्रकार का फल है जो बैंगनी या हरे रंग का होता है।ऐसे में अगर आप भी बैंगन की खेती करना चाहते हैं और उसके बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से बैंगन की पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म का बीज ऑनलाइन आसानी से अपने घर मंगवा सकते हैं l 

क्या हैं इस बैंगन के बीज की खासियत

वैसे तो बैंगन के बहुत सारी किस्में हैं,मगर किसानों को बैंगन की पूसा पर्पल लॉन्ग किस्म की खेती करनी चाहिए l ऐसा इसलिए हैं क्योकि इसके पौधों में कांटे नहीं होते हैं l वहीं, इसका पौधा 10-12 सेंटीमीटर लंबा होता है,इसका रंग गहरा बैंगनी होता है और इसके पौधे में 4-9 फल प्रति गुच्छे में पैदावार देता है l इसकी सबसे ख़ास बात यह हैं कि पहली तुड़ाई रोपाई के 60-65 दिन बाद शुरू हो जाती है l 

कैसे मंगाए ऑनलाइन बैंगन के बीज

राष्ट्रीय बीज निगम कई तरह के बीज ऑनलाइन उपलब्ध करवाता हैं। किसान भाई आसानी से ऑनलाइन स्टोर के द्वारा खरीद सकते हैं l यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की सब्जियों और फलों के बीज आसानी से मिल जाएंगे l किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं,ऑनलाइन आवेदन करने के लिए किसान वेबसाइट के इस लिंक पर जाकर ऑर्डर कर सकते हैं l 

बैंगन की खेती किस प्रकार करें

बैंगन की खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है और इसमें पैदावार अधिक होती है l साथ ही जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए l वहीं,अधिक पैदावार के लिए बैंगन के बीजों की सही तरीके से बुवाई करनी चाहिए l पौधा या बीज लगाते समय दो पौधों और दो क्यारियों के बीच करीब 60 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए,साथ ही बीज बोने से पहले 4 से 5 बार खेत की अच्छी तरह से जुताई करके उसे समतल कर लें l प्रति एकड़ 300 से 400 ग्राम बीज डालना चाहिए. बीजों को 1 सेंटीमीटर की गहराई में बोने के बाद मिट्टी से ढक दें,आमतौर पर बुवाई के 50 से 60 दिनों में भी फसल तैयार हो जाती हैं l 

बैंगन की खेती करने से क्या है लाभ

बैंगन की खेती करने से कई लाभ होते हैं। यह एक लोकप्रिय सब्जी है जो भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है, जिससे इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। बैंगन की खेती करने से किसानों को अच्छी आय हो सकती है, खासकर यदि वे इसकी गुणवत्तापूर्ण किस्में उगाते हैं।इसके अलावा, बैंगन की खेती करने से मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ सकती है, क्योंकि यह एक जड़ वाली फसल है जो मिट्टी में पोषक तत्वों को जमा करती है। बैंगन की खेती करने से किसानों को अपनी जमीन की उर्वरता बढ़ाने में मदद मिल सकती है, जिससे वे अन्य फसलें भी उगा सकते हैं।

बैंगन की खेती करने से किसानों को रोजगार के अवसर भी मिल सकते हैं, खासकर यदि वे इसकी पैकेजिंग और मार्केटिंग में भी शामिल होते हैं। इसके अलावा, बैंगन की खेती करने से किसानों को अपने परिवार के लिए स्वस्थ और पौष्टिक भोजन भी प्रदान करने में मदद मिल सकती है।

बैंगन की खेती से जुड़े प्रश्न 
 

प्रश्न 1: बैंगन की खेती के लिए कौन सी मिट्टी सबसे अच्छी है?

  •  दोमट या रेतीली मिट्टी।

प्रश्न 2: बैंगन की खेती में कितना पानी देना चाहिए?

  •  लगभग 500-600 मिमी।

प्रश्न 3: बैंगन की खेती में कौन से उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए?

  •  नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश।

प्रश्न 4: बैंगन की खेती में कितने दिनों में फसल तैयार होती है?

  •  लगभग 120-150 दिन।

प्रश्न 5: बैंगन की खेती के लिए कौन सा समय सबसे अच्छा है?

  •  जनवरी-फरवरी या सितंबर-अक्टूबर।
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