केंचुओ को कृषि में बनाये अपना साथी, हो जाएंगे मालामाल! देखिये वर्मीकम्पोस्ट क्यों है जरुरी?
किसान भाइयों नमस्कार। आप सभी जानते है की भारत क़ृषि प्रधान देश है l वर्तमान समय मे अन्नदाता खेती करते हैं और कृषि में विभिन्न प्रकार के प्रयोग भी करते रहते हैं l वही अगर कृषि मे आय बढ़ानी है तो वर्मीकम्पोस्ट तैयार करना भी एक बेहतरीन विकल्प है l किसानो का मित्र केंचुआ वर्मीकंपोस्ट बनाने मे बहुत ही सहायक है l यह न सिर्फ खेती के लिए उत्तम खाद तैयार करने का तरीका है, बल्कि इससे अतिरिक्त कमाई भी हो सकती है l
जैविक खाद हमेशा से भी किसान भरियों के लिए वरदान साबित हुआ है और सबसे बड़ी बात तो ये है की इसमें अधिक खर्चा नहीं आया और सस्ते में ही ये तैयार हो जाता है। इसके अलावा ये खेतों की उपजाऊ शक्ति और वातावरण के लिए भी बेहतरीन रहता है। चलिए आज इसी को लेकर चर्चा करते है।
वर्मीकम्पोस्ट क्यों है जरुरी?
आजकल जैविक खेती के युग में इस तरह के उर्वरकों की मांग तेजी से बढ़ रही है l वही वर्मीकम्पोस्ट बेड तैयार करना बहुत ही आसान है l केंचुआ खाद, जिसे वर्मीकम्पोस्ट कहा जाता है, सबसे उपयोगी जैविक खाद मानी जाती है l ऐसा इसलिए भी है क्योकि इसमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं, जो खेती के लिए फायदेमंद होते हैं l इसकी बढ़ती मांग के कारण किसान इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं और अच्छी कमाई भी कर सकते हैं l
वर्मीकम्पोस्ट में 2.5 से 3% नाइट्रोजन, 1.5 से 2% पोटाश जैसे महत्वपूर्ण तत्व होते हैं l केंचुओं के माध्यम से खेत में डाला जा सकता है. गाय के गोबर के अलावा कुछ अन्य चीजों की आवश्यकता होती है, जो आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती हैं l घर के आसपास पेड़ हों, तो खाद बनाना और भी आसान हो जाता है, क्योंकि पेड़ों की छांव में जैविक खाद जल्दी तैयार हो जाती है l
वर्मीकम्पोस्ट बनाने की क्या है सही विधि?
वर्मिकम्पोस्ट क़ृषि मे अपनाया जाने वाला एक बेहतरीन विकल्प है l कम लागत में वर्मीकम्पोस्ट बनाने का सबसे अच्छा तरीका है l इसके लिए सबसे पहले पत्तियों को गोबर के साथ मिलाना होता है, उसके बाद इस प्रक्रिया को पेड़ों की छांव में किया जाता है l इसके साथ ही गोबर में केंचुए डालकर खाद तैयार की जाती है l
वर्मी कंपोस्ट या केंचुआ खाद तैयार होने में लगभग 45 से 75 दिन लगते हैं. हालांकि, यह मौसम पर निर्भर करता है l यह खाद खेती में उपयोगी होती है l जिसमे किसी भी प्रकार के उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती और क़ृषि की उत्पादकता मे अधिक वृद्धि होती है l
जैविक खाद से कमाए दोगुना लाभ
आपको बता दे कि 1 मीटर लंबे ढेर के लिए 1000 केंचुओं की आवश्यकता होती है l जितनी अच्छी गुणवत्ता के केंचुए होंगे, उतनी ही उत्तम खाद आपको मिलेगी l जानकारी के अनुसार, एक किसान अपने 25 वर्ग मीटर क्षेत्र से सालाना लगभग 1 से 1.5 लाख रुपये तक की कमाई कर सकता है l जो आज के दौर मे बहुत ही अच्छा है l