मोदी जी ने एक बार अपने भाषण के दौरान कहा था, कि प्रत्येक साल 2 करोड लोगों को नौकरियां मिलेगी और अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, यह सपना अब सच होने वाला है। उनका मानना है, कि मेक इन इंडिया के कारण निर्यात में वृद्धि हुई है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं।

अश्विनी वैष्णव का मानना है, विनिर्माण पर निर्धारित आयत आम लोगों के जीवन पर प्रभाव डाल सकता है, उन्होंने कहा, कि जिस भी कंपनी ने कम समय में तेजी से विकास किया है, उन्होंने भी विनिर्माण पर अधिक ध्यान दिया है और भारत भी अभी विनिर्माण पर अधिक ध्यान दे रहा है और ऐसी उम्मीद है, कि हर साल दो करोड़ नौकरी आसानी के साथ मिल सकेगी।

जल्द पूरा होने वाला है 2 करोड़ नौकरियां का लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का मानना है, कि मोदी जी ने जो दो करोड़ नौकरियां का सपना देखा था, उसे अब जल्द ही पूरा किया जा सकता है। उनके मुताबिक भविष्य डाटा को अगर देखा जाए, तो 70 लाख से बढ़कर एक करोड़ 80 लाख पर पहुंच गया है। दरअसल भारत में बहुत सारी विदेशी कंपनियां लगातार निवेश कर रही है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं। हाल में ही ताइवान की कंपनी ने भी भारत में निवेश किया था और इसी तरह से अन्य कम्पनी भी भारत में निवेश करने में रुचि दिखा रही है।

इसके लिए भारत इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत कर रहा है और कंपनियों के लिए बेहतर माहौल तैयार कर रहा है, जिससे वह यहां पर अच्छे ढंग से अपना प्रोडक्शन कर सके, इसके अलावा मेक इन इंडिया के तहत बहुत सारी चीज भारत में ही तैयार की जा रही है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रहा है और उसके माध्यम से भी लोगों को रोजगार मिल रहा है।

प्रति हेक्टेयर 3,654 रुपए का हो रहा नुकसान

भारत में जो उपजाऊ जमीन होती थी, अब उन्हें बड़ा नुकसान हो रहा है और अनुमान के मुताबिक प्रति हेक्टेयर 3,654 रुपए का नुकसान हो रहा है और नुकसान का यह आंकड़ा 2011-12 के डाटा के आधार पर है, यानी मौजूदा समय में यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है।

NRAS के मुताबिक देश में करीब 9.64 हेक्टेयर जमीन मे गुणवत्ता की कमी देखी जा रही है, अब तक भू रक्षण सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आया है। कृषि में आधुनिकरण बढ़ने के साथ पैदावार में वृद्धि हुई है, लेकिन इसकी गुणवत्ता घट गई है और उसका सबसे बड़ा नुकसान उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है, यहां पर प्रति हेक्टेयर 15,212 रूपये का नुकसान हो रहा है, इसी तरह से अन्य राज्यों में भी नुकसान देखने को मिला है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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