Basi Roti Ke Fayde: बासी रोटी हमारी भारतीय परम्परा का ही एक हिस्सा है और हमेशा रहने भी वाली है क्योंकि गावं देहात में तो दिन की शुरुआत ही बासी रोटी के साथ की जाती है। बासी रोटी को हमारे बुजुर्गों ने यूँ ही खाना शुरू नहीं किया बल्कि इसके बहुत सारे लाभ भी मिलते है।

आयुर्वेद में कहा जाता है की बसी रोटी खाने से पाचन में काफी सुधार देखने को मिलता है और इसके अतिरिक्त भी बहुत से लाभ मिलते है। इसलिए देखिये इस आर्टिकल में बासी रोटी खाने के क्या क्या लाभ मिलते है।

बासी रोटी खाने से पाचन में सुधार

आयुर्वेद कहता है की ताज़ी रोटी के मुकाबले में बासी रोटी बहुत फायदेमंद होती है और पेट के लिए भी बहुत लाभकारी होती है। समय के साथ साथ इसमें पानी की मात्रा कम हो जाती है इसलिए बासी रोटी शरीर में जाने के बाद आसानी से पचाई जा सकती है।

जिन लोगों को पाचन की समस्या रहती है वो लोग अगर बासी रोटी का रोजाना सेवन करें तो उन लोगों को बहुत अधिक लाभ मिलता है। कमजोर पाचन के लिए बहुत बेहतरीन होती है बासी रोटी। हमारे बुजुर्गों के द्वारा हमेशा सुबह सुबह बासी रोटी का सेवन किया जाता था।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है बासी रोटी

रोटी जैसे जैसे बासी होती जाती है वैसे वैसे उसके अंदर प्रीबायोटिक्स के निर्माण का कार्य शुरू होने लगता है। ये प्रीबायोटिक्स मानव शरीर के माइक्रोबायोम प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के बहुत काम आते है और इसके साथ ही शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए बासी रोटी को खाने का बहुत फायदा मानव शरीर को होता है।

वजन घटाने का काम करती है बासी रोटी

बासी रोटी के अंदर ताज़ी रोटी के मुकाबले में बहुत कम कैलोरी की मात्रा होती है। इसलिए बासी रोटी को खाना उन लोगों के लिए एक बहुत ही बढ़िया विकल्प हो सकता है जो लोग अपने वजन को नियंत्रण में रखना चाहते है। इसके साथ ही बासी रोटी में नमी कम होती है और ये शरीर में जाने के बाद शरीर की जल धारण करने की छमता में इजाफा करती है।

शरीर के दोषों को नियंत्रण में रखती है बासी रोटी

ये तो आपको पता ही होगा की शरीर में कुछ दोष होते है जिनके इधर उधर होने से पुरे शरीर की हालत ख़राब होने लगती ह। इन दोषों में वात, पित और कफ होता है जिनका शरीर के अंदर संतुलन होना बहुत ही जरुरी होता है। बासी रोटी खाने से शरीर में दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा बासी रोटी की सूखी और हल्की प्रकृति कफ दोष को शांत करती है और इसका गर्म प्रभाव वात दोष को संतुलित करता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलु परम्पराओं और सामान्य जानकारी के आधार पर दी गई है इसलिए इसे अपनाने से पहले बुद्धि से काम लें और अगर आपको कोई बीमारी है या फिर कोई और परेशानी है तो कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही कोई फैसला लें। NFLSpice इसका समर्थन नहीं करता है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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