परीक्षा की तैयारी करने के लिए बेस्ट तरीका, अच्छे नंबरों से पास होना तय है
परीक्षा आने वाली है और सभी बच्चे इस समय इसकी तैयारी में लगे है। हर छात्र के एक ही सपना होता है की वो पहले नंबर पर आये और परिसखा में अच्छे खासे नंबर से पास हो। लेकिन सभी तो पहले नंबर पर नहीं आ सकते और अगर आपको आना है तो आपको एक रणनीति के तहत अपनी पढाई को करना होगा और पूरी तैयारी करनी होगी।
केवल पढाई और रट्टे लगाने से आप अच्छे नंबरों से पास नहीं हो सकते बल्कि आपको अपनी आदतों में भी बदलव करने के साथ साथ में सकारात्मक मानसिकता भी बनानी होगी। पढाई तो सभी करते है लेकिन पढाई करने का तरीका क्या है और आप उसको कैसे देखते है यही नजरिया तरीका आपको जीत दिलाने में मदत करता है। चलिए आज के इस आर्टिकल में आपको डिटेल में इस बारे में बताते है की कैसे आपको पढाई करनी है और कैसे इसकी पूरी रणनीति को तैयार करना है।
समय का प्रबंध करना सीखें
बच्चों समय की धारा के हिसाब से आपको पूरा शेड्यूल बनाना होगा और शेड्यूल के हिसाब से आपको अपने सभी सब्जेक्ट्स और उनके शामिल टॉपिक्स को अलग अलग करना होगा। अक्सर यही देखा गया है की जो बच्चे कथन टॉपिक्स को सुबह के समय के लिए शेड्यूल करते है वे काफी तेजीके साथ में आगे बढ़ते है और सुबह के समय में कठिन से कठिन टॉपिक्स को भी आसानी से याद किया जा सकता है। इसके अलावा जो आसान टॉपिक्स होते है उन सभी टॉपिक्स को आपको शाम के समय के लिए रखना होगा।
हर वक्त माइंड में पढाई पढ़ाई नाम की घंटी बजाने से भी आपको नुकसान हो सकता है इसलिए आपको 40 से 45 मिनट पढाई करने के बाद में लगभग 15 मिनट का ब्रेक भी लेना जरुरी होता है। इससे आपके अंदर पढाई को लेकर उत्सुकता भी बढ़ेगी और साथ में आपमें एकाग्रता का भाव भी आता है। जो भी टॉपिक महत्वपूर्ण है और आपकी पकड़ उनमे कमजोर है उन सभी टॉपिक्स को आपको पहले पढ़ना है और बाकि सभी टॉपिक्स को बाद में पढ़ना है।
स्मार्ट स्टडी करने से होगा फायदा
दोस्तों आज का समय अलग है और इस समय स्मार्ट स्टडी करने का वक्त आ चुका है इसलिए आपको इसी हिसाब से अपनी पढाई करनी होगी। पढाई के लिए आपको छोटे छोटे नोट्स बनाने है। इससे ये होगा की परीक्षा के नजदीक आने पर आपको इन्ही के जरिए अपना रिवीजन करना है ताकि सबकुछ आपके माइंड में एक फिल्म की तरह से फिर से याद आ सके।
जतनने भी पुराने प्रश्न पत्र होते है जो आपके सब्जेक्ट से रिलेटेड है उन सभी को आपको हल करने का प्रयास करना है और कहीं पर आप अटक रहे है तो किसी टीचर की मदद लेने में संकोच नहीं करना है। इससे आपको अच्छे से पानी गलतियों के बारे में पूरा अहसास होगा और आपको ये भी पता चलेगा की आप अभी अपनी परीक्षा की दौड़ में कहाँ पर हैं। बच्चों इसके अलावा आपको पढाई के दौरान विसुअल एलिमेंट का इस्तेमाल भी करना है और फ्लो चार्ट की मदद से या फिर डायग्राम आदि के जरिये पढाई को आगे बढ़ने का प्रयास करना है।
सबसे जरुरी माहौल होता है
आप कितना भी अच्छा क्यों ना पढाई करते हो और आप कितने भी होशियार क्यों ना हो लेकिन अगर आपके आसपास का माहौल पढाई लायक नहीं है तो आप कभी भी अपनी पढाई अच्छे से नहीं कर सकते। एक ना एक दिन आप भी उसी माहौल के हिसाब से ही बन जाओगे। इसलिए पढाई के लिए के इसी जगह का चुनाव करें तो इसके अनुकूल हो और आप शांति के साथ में अपनी पढाई कर सकें।
आज के समय में बच्चों में मोबाइल की लत बहुत अधिक हो चुकी है और हर वक्त वे मोबाइल में लगे रहते है इसलिए आपको मोबाइल और सोशल मीडिया की दुनिया से अपने आपको परीक्षा होने तक दूर रखना होगा। धीर धीरे इनसे दूर रहने का प्रयास करेंगे तो आपकी ये आदत बदल जाएगी। सोशल मीडिया और मोबाइल का उपयोग परीक्षा में आपको पीछे की कतार में खड़ा कर सकता है।
सेहत का भी रखना होगा ध्यान
बच्चों ऐसा भी नहीं है की आपकी परीक्षा नजदीक है तो आप हर वक्त पढाई में ही लगे रहें और अपनी सेहत की तरफ ध्यान देना बबंद कर दें। आपको पढाई और सेहत दोनों पर ध्यान देना होगा इसलिए आपको समय अनुसार सबकुछ करना होगा। आपको रोजाना कम से कम 8 घंटे की नीड लेनी जरुरी है। आपका दिमाग अगर हर वक्त थका हुआ रहेगा तो इसका सीधा सीधा असर आपकी पढाई पर होगा तथा आपकी याद करने की छमता भी कम हो जाएगी।
आपको संतुलित भोजन करना है और अपने भोजन में हमेशा हरी सब्जियां, फल आदि को शामिल करना है। इसके अलावा परीक्षा के समय तक आपको जंक फ़ूड से दूर रहना होगा। वैसे जंक फ़ूड सेहत के लिए अच्छा नहीं होता इसलिए इससे हमेशा ही दुरी बनाकर रखने में ही भलाई होती है। रोजाना आपको व्यायाम करना है और ध्यान, योग आदि भी करना है। इससे आपकी मानसिक शक्ति दुरुस्त होती है और आपके अंदर एकाग्रता भी बढ़ने लगती है।
परीक्षा नजदीक आने पर घबराएं नहीं
अक्सर बच्चों में ये देखा जाता है की जब भी परीक्षा नजदीक आती है तो उनके घबराहट आने लगती है और माइंड में टेंशन आ जाती है जिसके चलते बहुत से बच्चे तैयारी तो अच्छी करते है लेकिन रिजल्ट अच्छा नहीं आता क्योंकि टेंशन के चलते लिखते समय उनके दिमाग में सही जवाब ही नहीं आये। बच्चों के पढाई में पीछे रह जाने का सबसे पहला कारण यही होता है। इसलिए आपको घबराना नहीं है और परीक्षा के लिए अपने आप को अच्छे से तैयार करना है।
इसके अलावा परीक्षा के नजदीक आने पर भी आपको अपने रूटीन को फॉलो करते रहना है तथा रोजाना की तरह से ही सुबह जल्दी उठाना और नास्ता आदि करने के बाद में आपको अच्छे माइंड के साथ में परीक्षा की तैयारी करनी है। इसके अलावा आपको शांत रहना है और पूरा ध्यान अपनी पढाई में लगना है। जो भी प्रश्न होते है उनको आपको अच्छे से समझना होगा की आखिर उसमे पुछा क्या जा रहा है।