हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला: तृतीय और चतुर्थ श्रेणी भर्तियों में बदलाव, गरीब युवाओं को अतिरिक्त अंकों की सुविधा समाप्त
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हरियाणा में सरकारी भर्तियों को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। सरकार ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी पदों की भर्तियों में गरीब युवाओं को सामाजिक-आर्थिक आधार पर दिए जाने वाले अतिरिक्त पांच अंकों की सुविधा को समाप्त कर दिया है। यह कदम हाई कोर्ट द्वारा सामाजिक-आर्थिक आधार पर अतिरिक्त अंकों पर रोक लगाए जाने के बाद उठाया गया है। इस नए निर्णय का क्या प्रभाव पड़ने वाला है और कैसे इसको प्रदेश की जनता देखती है चलिए जानते है।
कैबिनेट की बैठक में लिया गया ये महत्वपूर्ण निर्णय
शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस बदलाव को मंजूरी दी गई। सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) के नियमों में संशोधन करते हुए यह तय किया गया है कि रिक्त पदों की तुलना में अब चार गुना की बजाय 10 गुना युवाओं को अगले चरण में बुलाया जाएगा। यह बदलाव अधिक युवाओं को मौका देने और प्रतियोगिता को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
कच्चे कर्मचारियों के लिए राहत की खबर
सरकार ने पांच साल से कार्यरत कच्चे कर्मचारियों की सेवाओं को सेवानिवृत्ति तक सुनिश्चित करने के लिए कैलेंडर वर्ष में 240 दिन काम करने की शर्त को भी हटा दिया है। इससे इन कर्मचारियों को स्थिरता और सुरक्षा का लाभ मिलेगा। कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "भर्ती रोको गैंग गरीब परिवारों के युवाओं को आगे बढ़ने से रोकना चाहता था। हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर उन्होंने सामाजिक-आर्थिक आधार पर मिलने वाले अंकों को रुकवाया। इस कारण सरकार को नीति में बदलाव करना पड़ा।" मुख्यमंत्री ने युवाओं को आश्वस्त किया कि सरकार उनके हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
फैसले का क्या असर होने वाला है
इस फैसले से कई गरीब परिवारों में निराशा है, जो इन अंकों के सहारे सरकारी नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे थे। एक ग्रामीण क्षेत्र के निवासी ने बताया, "हमारे लड़के-लड़कियां दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। ये पांच अंक ही हमारे बच्चों के भविष्य का सहारा थे। अब हमें और ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।"
इधर नए नियमों को लेकर के सरकार का दावा है कि इन बदलावों से भर्ती प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी होगी। सीईटी पास 10 गुना युवाओं को अगले चरण में बुलाने से अधिक संख्या में उम्मीदवारों को मौका मिलेगा, जिससे योग्य और मेहनती उम्मीदवारों को उनकी काबिलियत के आधार पर चयन का बेहतर अवसर मिलेगा।
हरियाणा सरकार लगातार भर्ती प्रक्रिया को सुधारने और पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ तत्व युवाओं के भविष्य को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस प्रक्रिया को और अधिक सुगम और पारदर्शी बनाएगी। यह बदलाव हरियाणवी युवाओं के लिए नए अवसर और चुनौतियों का संकेत देता है। अब देखना यह होगा कि इस फैसले का वास्तविक असर किस प्रकार होता है।