CIBIL Score : आज के समय में सिबिल स्कोर काफी महत्वपूर्ण हो चूका है। बैंको में इसके बिना लोन लेना काफी कठिन हो चूका है। 100 में से 70 एप्लीकेशन कम सिबिल स्कोर के कारण रिजेक्ट हो जाती है। सिबिल स्कोर व्यक्तिगत वित् संबंधित जानकारी का डाटा होता है। जो की अंको में दर्शाया जाता है। कई कंपनी फाइनैंशल डाटा को कलेक्ट करती है।
और ये वो डाटा होता है जो व्यक्ति लोन लेता है, वाहन लोन पर लेता है या अन्य प्रकार जैसे की क्रेडिट कार्ड, फ़ोन या रोजमर्रा की जरुरत की चीज लोन पर लेते है तो वो पूरा डाटा अधिकृत कंपनियों के डेटाबेस में स्टोर होता है। और सभी बैंक इसके जरिये ही व्यक्ति को लोन देने वाली क्रेडिबिलिटी को चेक करते है। CIBIL Score यदि कम है तो आपको लोन या तो मिलेगा ही नहीं और यदि मिलता है तो आपको काफी दिक्क्तों के बाद मिलेगा।
कई दस्तावेज आपको देने होंगे। इसके बाद आपको लोन मिल सकता है। इसकी संभावना 10 फीसदी कम सिबिल स्कोर में होती है। कई कारण होते है। जिससे लोगो का सिबिल ख़राब हो जाता है। जबकि कुछ लोगो का सिबिल होता ही नहीं है। आइये जानते है ऐसा क्यों होता है।
कुछ लोगो का सिबिल 0 या फिर होता ही नहीं है
सिबिल स्कोर केवल उन लोगो का शो होता है। जिन्होंने कोई लोन अभी लिया है या फिर पहले कोई लोन लिया हुआ था और वो चूका दिया है। यानि की लोन सम्बंधित गतिविधियों के कारण ही CIBIL बनता है। लोन किसी भी तरह का हो सकता है। इसमें कार लोन, होम लोन, बाइक लोन, फ़ोन सम्बंधित लोन या फिर पर्सनल लोन भी शामिल हो सकते है।
या फिर आप यदि क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहे है तो भी आपका सिबिल स्कोर बनता है। लेकिन 0 सिबिल स्कोर उन लोगो का होता है जो इस तरह के किसी काम में शामिल नहीं है। यानि की वो ना तो लोन लेते है ना ही उनके पास क्रेडिट कार्ड होता है। ऐसे लोगो का डाटा वित्तीय संस्थाओ के पास नहीं होता है। ऐसे में उनका सिबिल भी जीरो होता है।
लेकिन इसका भी नुकसान ये है की लोन लेने में आपको दिक्क्त होती है। पहली बार लोन लेने वाले का जीरो सिबिल उनके लिए दिक्क्त कर सकता है। इसलिए सिबिल का होना जरुरी है।
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सिबिल ख़राब किसका होता है
बैंको या वित्तीय संस्थाओ की तरफ से किसी का सिबिल कम अधिक नहीं किया जाता है। बल्कि ये व्यक्ति के द्वारा किये गए कार्यो से ही कम अधिक होता है। यदि लोन जो किसी भी प्रकार का हो लिया हुआ है। और वो समय पर चुकता नहीं किया है या फिर EMI में देरी की है। EMI बीच में भरी नहीं है तो आपका सिबिल प्रभावित होता है।
इसके साथ जो लोग काफी क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे है। या फिर वो लोग जो बार बार सिबिल की हार्ड इंक्वारी करते है। ये तब होती है जब व्यक्ति कई बैंको में लोन के लिए आवेदन करता है और इससे सिबिल कुछ हद तक प्रभावित होता है। लेकिन जिन लोगो का सिबिल ख़राब हो चूका है। उसको ठीक करने के लिए भी कुछ रूल होते है।
और यदि कोई व्यक्ति इन रूल को फॉलो करता है तो उसका सिबिल पहले की तरह रिकवर हो जाता है।
कैसे होगा CIBIL Score Recover
सिबिल स्कोर हर बैंक मांगता है। जब आप लोन लेने जाते है। यदि आप बाइक EMI पर लेना चाहते है। या फिर Car EMI पर लेना चाहते है तो भी आपको सिबिल की जरुरत होगी। और यदि सिबिल आपका खराब हो चूका है तो आपको सबसे पहले ये जाँच करनी होगी की आपका कोई पुराना लोन पेंडिंग तो नहीं है या फिर लोन चुकता करने के बाद कोई जुर्माना राशि बकाया हो, यानि की आपने समय पर कोई EMI नहीं भरी है और बाद में आपने लोन तो चुकता कर दिया लेकिन EMI देर से भरने पर जो पेनल्टी लगी है वो बकाया रह जाती है।
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जिससे आपका लोन बकाया ही शो होता है। ऐसे में उसको क्लियर करना जरुरी है। और इसकी जाँच आप सिबिल जाँच में पता कर सकते है। यदि कोई ऐसा बकाया बाकी है तो तुरंत उसको चुकता करे और जिस संस्था का बकाया है उससे सम्पर्क करके इसको ऑनलाइन डाटा में अपडेट करवा दे।
कुछ महीने में आपका सिबिल वापस रिकवर होने लगेगा। लेकिन तेज गति से रिकवर करने के लिए छोटा लोन ले और उसको समय पर चुकता कर दे।
हार्ड इंक्वारी से करे परहेज
एक साथ कई बैंको में लोन के लिए आवेदन कभी न करे। इससे एक साथ कई हार्ड इंक्वारी जाती है। जिससे सिबिल प्रभावित होता है। यदि क्रेडिट कार्ड है तो सीमा का 60 फीसदी तक की राशि खर्च करे।
और अधिक क्रेडिट कार्ड बंद कर दे। इससे आपका फाइनेंसियल रिकॉर्ड बेहतर होता है। जिससे धीरे धीरे सिबिल स्कोर रिकवर होने लगता है।