भारत ने जोहान्सबर्ग में खेले गए चौथे और आखिरी टी20 मैच में साउथ अफ्रीका को 135 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे कई रिकॉर्ड बने और टूटे। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक विकेट के नुकसान पर 283 रन बनाए, जो टी20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
इस मैच में संजू सैमसन ने 56 गेंदों पर 109 रनों की पारी खेली, जिसमें छह चौके और नौ छक्के शामिल थे। वहीं तिलक वर्मा ने 47 गेंदों पर 120 रन बनाए और उनकी पारी में 10 छक्के और नौ चौके शामिल थे। इन दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 210 रनों की साझेदारी की, जो टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए किसी भी विकेट पर सबसे बड़ी साझेदारी है। यह साउथ अफ्रीका के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी भी बन गई।
भारतीय बल्लेबाजों का धमाकेदार प्रदर्शन
भारत की इस पारी में कुल 23 छक्के लगे, जो टी20 अंतरराष्ट्रीय में दो पूर्ण सदस्य टीमों के बीच खेले गए किसी भी मैच में सबसे ज्यादा हैं। इससे पहले भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए मैच में 22 छक्के लगे थे। भारत के 283 रन टी20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस फॉर्मेट का सबसे बड़ा स्कोर भी भारत के नाम है, जो उसने कुछ महीने पहले बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद में 297 रन बनाकर बनाया था।
गेंदबाजी में भी भारत का प्रदर्शन दमदार रहा। साउथ अफ्रीका को 135 रनों से हराना टी20 में रनों के अंतर से उनकी सबसे बड़ी हार थी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें डरबन में 111 रनों से हराया था। यह रनों के अंतर से भारत की तीसरी सबसे बड़ी जीत थी। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 168 रनों से और आयरलैंड के खिलाफ डबलिन में 143 रनों से जीत दर्ज की थी।
ऐतिहासिक सीरीज जीत
इस जीत के साथ भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए 31 टी20 मैचों में 18वीं जीत दर्ज की। यह किसी भी टीम द्वारा एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड है। इस मामले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ दिया है। इस मैच ने भारत के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को दिखाया और टी20 क्रिकेट में भारतीय टीम की ताकत को एक बार फिर साबित किया।