AFG VS SA : साउथ अफ्रीका की जीत से शुरुआत, क्या साउथ अफ्रीका ICC चैम्पियन ट्रॉफी में हटा पाएगी चोकर्स का ठप्पा
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साउथ अफ्रीका टीम ने ICC चैम्पियन ट्रॉफी के पहले ही मैच में जीत के साथ शुरुआत के साथ ट्रॉफी जितने की दावेदारी ठोक दी है। 21 फरवरी को South Africa एवं Afganistan के बीच पाकिस्तान के नेशनल स्टेडियम में मैच खेला गया था। जिसको साउथ अफ्रीकन टीम ने 107 रन से जीत लिया। और ICC चैम्पियंस ट्रॉफी में जीत की दावेदारी भी ठोक दी है। साउथ अफ्रीकन टीम काफी मजबूत दिख रही है। आपको ज्ञात होगा की साउथ अफ्रीका टीम को चोकर्स कहा जाता है। तो क्या इस ICC चैम्पियंस ट्रॉफी में वो अपने ऊपर लगे इस चोकर्स के ठप्पे को हटा पाएगी। फ़िलहाल की टीम परफॉरमेंस को देख कर तो यही लग रहा है की साउथ अफ्रीकन टीम इस बार अलग ही मूड में मैदान में उतरी है।
क्योकि अफगानिस्तान टीम के खिलाफ जीत दर्ज करना कोई छोटी बात नहीं है। अफगानिस्तान वही टीम है जिसने वर्ल्डकप से लेकर एशिया कप तक बड़े बड़े उटलफेर किये है। ऑस्ट्रेलिया जैसे दिग्गज टीम को भी हराया है। ऐसे में साउथ अफ्रीका टीम की अफगानिस्तान टीम पर जीत उनके उत्साह को और बढ़ाएगा। साउथ अफ्रीका टीम का बैटिंग आर्डर काफी मजबूत नजर आ रहा है रयान रिस्केलटन , तेम्बा बावुमा, Rassie van der Dussen , ऐडेन मारकर्म जिस तरह की फॉर्म में नजर आ रहे है। उससे टीम की मजबूती जाहिर हो रही है। लेकिन दिक्क्त ये है की साउथ अफ्रीकन टीम दवाब में बिखर जाती है। इसलिए उनको चोकर्स भी कहा जाता है।
क्या चोकर्स का ठप्पा हटा पायेगी साउथ अफ्रीकन टीम
साउथ अफ्रीकन टीम में बल्लेबाजी एवं बॉलिंग काफी बेहतरीन है। लेकिन जब बड़े मैच होते है तो दवाब को पूरी टीम झेल नहीं पाती है और हार का सामना करना पड़ता है। चाहे वो वर्ल्डकप के मैच हो या फिर ICC की अन्य बड़ी सीरीज के मैच हो। टीम काफी अच्छा प्रदर्शन करते हुए अंतिम लेवल तक पहुंच जाती है। लेकिन फाइनल के बड़े मैचों में दवाब काफी अधिक होता है और उस दौरान टीम बिखर जाती है। इसलिए टीम को चोकर्स का ठप्पा मिला है। 25 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के साथ साउथ अफ्रीका का मैच रावलपिंडी स्टेडियम पाकिस्तान में होने वाला है और ये बड़ा मैच होगा। और इस मैच में साउथ अफ्रीका के पास चोकर्स का ठप्पा हटाने का मौका होगा। फ़िलहाल साउथ अफ्रीका टीम बेहतरीन कॉम्बिनेशन के साथ चल रही है।
साल 1992 के बाद लगा चोकर्स का ठप्पा
साउथ अफ्रीका टीम ने साल 1992 में वर्ल्डकप के दौरान हार का सामना किया था। और इसके बाद टीम को चोकर्स का ठप्पा मिला था। इसके बाद कई ऐसे बड़े मौके आये जहा पर टीम दवाब को झेलने में नाकाम रही है और हार का सामना करना पड़ा था। बड़े मैच में टीम ताश के पत्तो की तरह बिखर जाती है। कई बड़े टूर्नामेंटों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। और अब तक टीम साउथ अफ्रीका इस चोकर्स के धब्बे को हटा नहीं पाई है ।
साउथ अफ्रीका टीम किसी भी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल (1992, 1999, 2007, 2009, 2014, 2015 और 2023) से आगे नहीं बढ़ पाई थी. लेकिन साल 2024 वर्ल्डकप में टीम फाइनल में पहुंची थी और ये मौका था टीम को अपने ऊपर लगे चोकर्स का ठप्पा हटाने का लेकिन उनका मुकाबला भारतीय टीम के साथ हुआ और टीम को हार के साथ ही सब्र करना पड़ा। यहाँ पर भी साउथ अफ्रीका टीम दवाब को झेलने में नाकाम रही थी। और भारत ने 7 रन से T20 वर्ल्डकप जीत लिया था। फ़िलहाल चैंपियन ट्रॉफी भी एक मौका है जिसमे साउथ अफ्रीका टीम के पास चोकर्स का ठप्पा हटाने का चांस होगा।