साउथ अफ्रीका ने श्रीलंका को पहले टेस्ट में 233 रनों से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में धमाकेदार प्रदर्शन किया। इस जीत के सबसे बड़े हीरो 24 साल के तेज गेंदबाज मार्को यानसन रहे। उनकी घातक गेंदबाजी ने श्रीलंकाई बल्लेबाजी क्रम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इस मैच में यानसन ने कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और साउथ अफ्रीका की जीत सुनिश्चित की।
शानदार प्रदर्शन, 7 विकेट लेकर रचा इतिहास
डरबन के किंग्समीड स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट में मार्को यानसन ने पहली पारी में केवल 13 रन देकर 7 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी इतनी घातक थी कि श्रीलंकाई टीम केवल 42 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में भी उन्होंने 4 विकेट चटकाए, जिससे उनका कुल आंकड़ा 11 विकेट पर पहुंच गया।
मुथैया मुरलीधरन और वेंकटेश प्रसाद के रिकॉर्ड को तोड़ा
यानसन ने एक टेस्ट मैच में 11 विकेट लेकर मुथैया मुरलीधरन के 2000 के रिकॉर्ड की बराबरी की। साथ ही, उन्होंने भारत के वेंकटेश प्रसाद का 1996 में बनाया गया 10 विकेट का रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया।
डरबन में एक टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज –
- क्लेरेंस ग्रिमेट – 13 विकेट (1936)
- मार्को यानसन – 11 विकेट (2024)
- मुथैया मुरलीधरन – 11 विकेट (2000)
- वेंकटेश प्रसाद – 10 विकेट (1996)
WTC प्वाइंट्स टेबल में मिली बढ़त
श्रीलंका पर इस शानदार जीत के बाद साउथ अफ्रीका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। टीम ने अब तक 9 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 5 में जीत दर्ज की है। उनका पीसीटी (पर्सेंटेज ऑफ पॉइंट्स) 59.26 है, जिससे उनकी WTC फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें मजबूत हैं। मार्को यानसन का यह प्रदर्शन साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट में नए सितारे के उदय का संकेत है। डरबन टेस्ट में उनकी घातक गेंदबाजी न केवल श्रीलंका के खिलाफ जीत का कारण बनी, बल्कि उन्हें क्रिकेट जगत में एक मजबूत पहचान भी दिलाई।