हरियाणा के बुजुर्गों के लिए बड़ी खुशखबरी, सरकार ने शुरू की नई पेंशन योजना

हरियाणा सरकार ने गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू कर रखी है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग के लोगों का उत्थान करना है। सरकार ने इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण योजना बुजुर्गों के लिए शुरू कर दी है, जिसका नाम वृद्धावस्था सम्मान पेंशन योजना है। इस योजना के तहत प्रदेश सरकार बुजुर्गों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें सामाजिक सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ा रही है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को सिर्फ वित्तीय सहायता देना ही नहीं है बल्कि उन्हें अपनी आय का एक परमानेंट स्रोत देना है ताकि वे अपनी दैनिक जरूरत को बिना किसी परेशानी से पूरा कर सके। इससे वृद्धावस्था में उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलती है और उनके जीवन स्तर में भी सुधार होता है।
आवेदन की प्रक्रिया बहुत आसान
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पहले इस योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया काफी कठिन थी और बुजुर्गों को उम्र के इस पड़ाव में विभिन्न सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। कई बार स्वास्थ्य समस्याओं के कारण वे दफ्तरों तक नहीं पहुंच पाए थे। लेकिन अब सरकार ने इस योजना की प्रक्रिया को सरल और भी ज्यादा आसान बना दिया है। अब बुजुर्गों को किसी भी सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है क्योंकि पेंशन राशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी।
उम्र 60 साल होते ही पेंशन सीधी खाते में
सरकार ने इस योजना की प्रक्रिया को और भी ज्यादा आसान बनाने के लिए फैमिली आईडी (PPP) का प्रयोग होगा, जिसमें बुजुर्गों की उम्र के हिसाब से 60 साल की उम्र पूरी होते ही पेंशन राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
कितनी मिलेगी पेंशन
इस योजना के पात्र बुजुर्गों को हर महीने सरकारी सहायता के रूप में में ₹3000 की पेंशन मिलती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की कागजी कार्यवाही करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसके साथ ही सरकार समय-समय पर पेंशन राशि में वृद्धि भी करती रहती है जिससे बुजुर्गों को जीवन यापन के लिए और अधिक सहायता मिलती है।
इस योजना के तहत बुजुर्गों को किसी भी प्रकार के सरकारी दफ्तर में चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं और उन्हें ना ही किसी भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। इस योजना से कमजोर आर्थिक स्थिति वाले बुजुर्गों को बहुत ज्यादा लाभ प्राप्त होता है तथा वे अपनी दैनिक जरूरत को आसानी से पूरा कर पा रहे हैं।