Post Office FD Scheme – डाकघर की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में आप निवेश करने अगर अच्छा खासा लाभ कमाई करना चाहते है तो आपको इस योजना में निवेश जरूर करना चाहिए क्योंकि इस समय डाकघर काफी अधिक ब्याज दरों के साथ में सभी ग्राहकों को रिटर्न का लाभ दे रहा है।
मौजूदा समय में आपको निवेश करने पर 5 साल की अवधि के निवेश पर पोस्ट ऑफिस सभी निवेशकों को 7.5 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ प्रदान कर रहा है। इसके अलावा ये ब्याज दरें 30 सितम्बर 2024 तक के लिए लागु है और आगे फिर से इनमे संसोधन किया जाने वाला है।
Post Office FD Scheme
इस समय आप निवेश करके अधिक ब्याज दरों का आसानी के साथ में लाभ ले सकते है। इस योजना में आप अगर 1 लाख, 2 लाख और 5 लाख रूपए जमा करते है तो आपको काफी अधिक पैसा रिटर्न के समय में दिया जाता है। चलिए जानते है इन सभी निवेश की पूरी गणना और देखते है की आपको इनके निवेश पर कितना पैसा मिलने वाला है।
पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश कैसे करते है?
निवेश करना बहुत ही आसान है। आपने अगर प्लान कर लिया है की इस स्कीम में निवेश करना है तो आप डाकघर में चले जाइये और वहां जाकर के इस स्कीम में अपना खाता खुलवा लीजिये। इस दौरान आपको निवेश की राशि भी जमा करनी होती है इसलिए अपना प्रबंध करके जाना है।
स्कीम में निवेश के लिए आयु सिमा 18 साल की है और निवेश करने के 6 महीने के बाद में आप इस स्कीम से अपने पैसे की निकासी भी कर सकते है लेकिन इसमें आपको कुछ जुरमाना देना होता है।
1 लाख की FD पर इतना मिलेगा
पोस्ट ऑफिस में अगर आपने 1 लाख रूपए की FD कर दी है तो आपको बता दें की आपको 7.5 फीसदी के अनुसार गणना करके 5 साल के बाद में कुल ₹1,44,995 का रिटर्न मिलेगा जिसमे आपको ₹44,995 केवल ब्याज से होने वाली कमाई का पैसा शामिल होता है।
2 लाख की FD पर इतना मिलेगा
2 लाख की FD डाकघर में करने पर आपको ब्याज वही 7.5 फीसदी की दर से दिया जाता है क्योंकि इसमें भी आपको 5 साल की निवेश अवधी की गणना करके बता रहे है। इसमें आपको 5 साल पुरे होने के बाद में ₹2,89,990 का रिटर्न मिलता है। इसमें आपको ₹89,990 केवल ब्याज के पैसे दिए जाते है और बाकि का आपके निवेश वाला पैसा होता है।
5 लाख की FD पर इतना मिलेगा
डाकघर की FD में 5 लाख रूपए को 5 साल के लिए लगाने पर आपको कुल रिटर्न ₹7,24,974 का मिलने वाला है और इसमें आपको ₹2,24,974 केवल ब्याज का पैसा मिलता है। इसमें भी आपको ब्याज दर 7.5 फीसदी के हिसाब से ही दी जाती है क्योंकि गणना 5 साल की अवधी के लिए की गई है।