हरियाणा राज्य के किसानो के लिए बेहद अहम खबर ये है की आज से सरसो की MSP दर पर खरीद का कार्य शुरू हो चूका है। राज्य में किसानो की सुविधा के लिए अलग अलग केन्द्रो पर सरसो की खरीद का कार्य आज शनिवार 15 मार्च के दिन शुरू हो चूका है। किसानो को इस बार साल 2025 से 2026 सीजन के लिए सरसो का MSP रेट 5950 रु मिलने वाला है। जो की पहले MSP दर के मुकाबले इस बार 300 रु अधिक हो चूका है। पिछले सीजन में ये कीमत 5650 रु प्रति क्विंटल की दर से चल रही थी। जिसमे इस बार बढ़ोतरी की गई है। ये केंद्र सरकार द्वारा तय MSP दरें है जो सभी राज्यों में फ़िलहाल लागु है।
MSP दर पर बिक्री के लिए पंजीकरण जरुरी
हरियाणा समेत अन्य सभी राज्यों में किसानो को MSP दर पर यदि फसल की बिक्री करनी है तो इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण करना जरुरी होता है। हरियाणा राज्य के किसानो को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के जरिये अपना पंजीकरण पूर्ण करना होगा। जिसके बिना MSP रेट का लाभ नहीं मिलता है। हरियाणा के किसान नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर MSP पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण कर सकते है। इसके लिए उनको आधार कार्ड, जमीं सम्बंधित दस्तावेज एवं बैंक पासबुक की जरुरत होने वाली है।
हरियाणा में MSP दर पर सरसो की खरीद का लक्ष्य
राज्य के फरीदाबाद जिले की बल्लभगढ़ मंडी से आज सरसो की खरीद का कार्य शुरू हो चूका है और इस बार जिले में 12000 क्विंटल सरसो की खरीद का लक्ष्य रखा गया है। जिले में 1101 एकड़ भूमि पर इस बार सरसो की बुआई की गई है। राज्य में हैफेड की तरफ से सरसो की खरीद का कार्य शुरू हो चूका है। साल 2025 से 2026 के लिए तय MSP मूल्य पर किसानो से सरसो की खरीद एवं जल्द से जल्द MSP दर पर खरीदी फसल का भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। राज्य में किसानो को उनकी फसल का भुगतान बैंक खातों में कम से कम समय में किये जाने का लक्ष्य भी तय है। हरियाणा राज्य सरकार की और से किसानो की सुविधा के लिए खरीद केन्द्रो पर सभी सुविधा पूर्ण रखने के निर्देश है।
सरसो में आ रही है नमी की मात्रा
हरियाणा राज्य में सरसो की कटाई शुरू हो चुकी है लेकिन सरसो में नमी की मात्रा किसानो एवं खरीद एजेंसी के लिए दिक्क्त बन रही है। नमी के कारण किसानो को सरसो की बिक्री करने में दिक्क्त हो रही है। वही पर मंडियों में भी सरसो में नमी के कारण किसानो को उचित दाम नहीं मिल रहा है। सरसो MSP दर पर खरीद केन्द्रो पर किसानो से अपील की जा रही है की वो सरसो की फसल को सूखा कर मंडी में लेकर आये। ताकि फसल बिक्री में कोई दिक्क्त न हो।