मध्यप्रदेश सरकार एक नई पहल के तहत किसानों को सौर ऊर्जा (Solar Energy) के क्षेत्र में सशक्त बनाने जा रही है। इसके लिए सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना (Surya Mitra Krishi Feeder Yojana) शुरू की गई है, जिसके तहत किसानों को दिन में बिजली की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। इस योजना का एक बड़ा आयोजन 10 जून 2025 को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होने जा रहा है। इस समिट में स्थानीय निवेशकों और उद्यमियों को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों की जानकारी दी जाएगी।
सूर्य मित्र योजना के मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य लक्ष्य मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी को कम दर पर बिजली उपलब्ध कराना है। साथ ही, यह योजना ट्रांसमिशन हानि को कम करने और सीधे खपत स्थल पर ऊर्जा पहुंचाने में मदद करेगी। इसके अलावा, 33/11 केवी उपकेन्द्रों पर ओवरलोडिंग, लो-वोल्टेज और पावर कट जैसी समस्याओं को भी कम किया जाएगा। योजना के तहत उपभोक्ताओं को उनकी लागत से बचत होगी और बिना अतिरिक्त निवेश के ग्रिड स्थिरता (Grid Stability) को बढ़ावा मिलेगा। यह योजना किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
‘सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना समिट’ का उद्देश्य दिन में किसानों को सौर ऊर्जा आधारित बिजली उपलब्ध कराना है। यह समिट उद्योगपतियों व किसानों की साझेदारी, निवेश को बढ़ावा देने और मध्यप्रदेश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने के लिए आयोजित की जा रही है।
– श्री राकेश शुक्ला, नवीन एवं नवकरणीय… pic.twitter.com/o2CMpvHIdZ— Jansampark MP (@JansamparkMP) June 8, 2025
योजना के तहत मिलेंगी ये सुविधाएं
सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना के तहत सोलर संयंत्र (Solar Plant) स्थापना के लिए प्रति मेगावाट 1.05 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही, 3 प्रतिशत ब्याज छूट के साथ 7 वर्षों तक ऋण सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस योजना से न केवल किसानों को सस्ती बिजली मिलेगी, बल्कि स्थानीय उद्यमियों को भी आय बढ़ाने का मौका मिलेगा। समिट में नवकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं और सरकारी प्रोत्साहन की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा
मध्यप्रदेश सरकार नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रही है। इस समिट के जरिए राज्य को सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की कोशिश की जा रही है। सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल किसानों को फायदा होगा, बल्कि राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में एक नई क्रांति भी आएगी। यह आयोजन मध्यप्रदेश को नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में समृद्ध संभावनाओं की भूमि के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह समिट उन सभी लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं और अपने कारोबार को बढ़ाना चाहते हैं। मध्यप्रदेश सरकार की यह पहल निश्चित रूप से राज्य के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगी।