नई दिल्ली: Farmers News – भारत में कृषि एक बहुत बड़े भूभाग पर की जाती है और भारत की बड़ी आबादी कृषि पर ही निर्भर है। भारत के सकल घरेलु उत्पाद में 19 फीसदी के आसपास का योगदान कृषि से रहता है और देश की 55 फीसदी जनता कृषि कार्यों पर निर्भर रहती है।
कृषि के लिए किसान भाइयों को खेतों में कांड डालने की जरुरत होती है जिसमे किसान भाई DAP खाद का भी इस्तेमाल करते है। कृषि में उर्वरकों का एक बहुत ही बड़ा योगदान रहता है जिसके कारण फसलों से अधिक पैदावार लेने में मदद मिलती है। भारत में फसलों को गुणवत्ता के लिए DAP खाद का भी इस्तेमाल किया जाता है। DAP खाद का पूरा नाम डाइ-अमोनियम फॉस्फेट है।
DAP में क्या क्या मिला होता है?
DAP खाद यानि डाइ-अमोनियम फॉस्फेट भारत में खेतों में इस्तेमाल किया जाने वाला यूरिया के बाद सुंदर नंबर पर आता है। किसान भाई DAP खाद का इस्तेमाल अपने खेतों में फसलों की बुवाई से पहले करते है क्योंकि DAP फसलों में पौधों की जड़ों को मजबूती देने का काम करता है।
DAP खाद यानि डाइ-अमोनियम फॉस्फेट में सबसे अधिक मात्रा फास्फोरस की होती है जो की 46 फीसदी तक होती है। फास्फोरस के अलावा DAP खाद में 18 फीसदी नाइट्रोजन की मात्रा भी होती है जो की फसलों के विकास के लिए बहुत ही फ़ायदेमदं होती है। जबकि यूरिया खाद में जो की किसानो के द्वारा सबसे जायदा इस्तेमाल किया जाता है उसमे नाइट्रोजन की मात्रा 46 फीसदी होती है।
DAP खाद के लाभ क्या हैं
DAP खाद में फास्फोरस और नाइट्रोजन दोनों ही मौजूद होते है इसलिए ये पौधों की ग्रोथ के लिए बहुत ही अच्छा होता है। पौधों में जड़ों के विकास के लिए DAP खाद बहुत ही जरुरी होता है। तिलहन और दलहन फसलों के लिए किसान भाई सबसे ज्यादा DAP खाद का इस्तेमाल करते है। DAP खाद में पाए जाने वाले पौषक तत्वों की मदद से पौधा अपना विकास अच्छे से कर पाता है और पौधों की जड़ों को भी मजबूती देने का काम DAP खाद करता है।
डीएपी खाद के नुकसान क्या हैं
किसान भाइयों को ये भी जानकारी होनी बहुत जरुरी है की कोई भी रासायनिक खाद अगर फसलों को लाभ प्रदान करता है तो उसके नुकसान भी होते है। DAP खाद के इस्तेमाल से खेतों की उपजाऊ छमता धीरे धीरे ख़त्म होने लगती है। इसके साथ ही खेतों में हम जो अनाज उगाते है और सब्जियों को उगाते है उनमे भी रासायनिक खाद के कुछ केमिकल शामिल हो जाते है जिसमे इंसानो को भी नुकसान होता है।
किसान भाई जिन खेतों में रासायनिक खाद DAP खाद का इस्तेमाल करते है उस मिट्टी में केमिकल किमत्र बहुत अधिक बढ़ जाती है और बारिश में जब मिट्टी इधर से उधर बहकर जाती है तो वे सभी केमिकल दूसरी जगहों पर भी पहुँच जाते है जिसके कारण पूरा एरिया ही केमिकल के ग्रसित हो जाता है।