पानी से प्रहार: सलाल और बगलिहार बांध के गेट खोलने से पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा बढ़ा

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Attack by water: Opening of gates of Salal and Baglihar dams increased the risk of flood in Pakistan
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08 मई 2025 – नई दिल्ली: गुरुवार को भारत ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर बने सलाल बांध के तीन गेट खोल दिए हैं। इसके साथ ही बगलिहार बांध के गेट भी खोले गए हैं जिसके बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

यह कदम भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रद्द करने के बाद उठाया गया है। एक तरफ भारत की तरफ से बीती रात में और दिन में पाकिस्तान की तरफ से की गई भारतीय सैन्य ठिकाने पर हमले की नाकाम कोशिश के बाद लगातार पाकिस्तान पर ड्रोन हमले कर रहा है और उधर अब पाकिस्तान पर बढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है।

कई दिन पानी रोकने के बाद अब रिलीज किया

पिछले कुछ समय से भारत ने इन बांधों के गेट बंद कर पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोक रखा था। हालांकि अब गेट खोलने के फैसले से चिनाब नदी में पानी का प्रवाह तेजी से बढ़ गया है और पाकिस्तान में बढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इससे PoK के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। सलाल और बगलिहार बांध रन-ऑफ-द-रिवर परियोजनाओं के तहत बनाए गए भारत के वो बांध है जो पाकिस्तान की और जाने वाले पानी के प्रवाह को काफी हद तक रोक देते है।

पानी बन गया है रणनीतिक हथियार

1960 में हुई सिंधु जल संधि के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच पानी के बंटवारे का समझौता था। लेकिन हाल ही में भारत ने इस संधि को रद्द कर दिया जिसके बाद पानी को रणनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की नीति अपनाई जा रही है।

माना जा रहा है कि यह कदम भारत की ओर से पाकिस्तान पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान अपने क्षेत्र में बढ़ आने के बाद में दवाब में आएगा क्योंकि उनके देश के अंदरूनी हिस्सों में बढ़ आने के बाद में लोग सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार

पाकिस्तान की ओर से अभी इस कदम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस घटना को लेकर चर्चा कर रहे हैं और कुछ लोगों का कहना है कि भारत की यह ‘वाटर स्ट्राइक’ पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।

भारत की तरफ से ये साफ किया गया है की अब हम पाकिस्तान को पानी के बारे में कोई जानकारी नहीं देंगे और कब पानी छोड़ना है और कब पानी को बंद करना है ये भारत तय करेगा।