बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से पहले राज्य सरकार ने युवाओं के लिए एक नई और बड़ी योजना का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना (CM Pratigya Yojana) के तहत अब 12वीं (Intermediate), आईटीआई (ITI) और ग्रेजुएशन (Graduation) पास छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप (Internship) के दौरान हर महीने 4000 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक की आर्थिक सहायता (Financial Assistance) दी जाएगी। यह फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया है।
किसे कितना मिलेगा स्टाइपेंड?
इस योजना के तहत 12वीं पास युवाओं को इंटर्नशिप करने पर हर महीने 4000 रुपये मिलेंगे। आईटीआई या डिप्लोमा (Diploma) धारकों को 5000 रुपये प्रति माह और ग्रेजुएट युवाओं को 6000 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। अगर कोई छात्र अपने जिले से बाहर इंटर्नशिप करता है तो उसे तीन महीने तक 2000 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। वहीं, बिहार राज्य से बाहर इंटर्नशिप करने वालों को 5000 रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
कैसे मिलेगा पैसा, क्या है पात्रता?
योजना के तहत सभी लाभार्थियों को राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। इसके लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है जिसमें उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। योजना का लाभ 18 से 28 साल के युवाओं को मिलेगा। पहले साल 2025-26 में 5000 युवाओं को इस योजना से जोड़ा जाएगा, जबकि अगले पांच वर्षों में एक लाख छात्रों को इसका लाभ मिलेगा।
योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना का मकसद राज्य के युवाओं को रोजगार (Employment) के लिए तैयार करना और उन्हें इंटर्नशिप के जरिए व्यावहारिक अनुभव (Practical Experience) दिलाना है। इस योजना के तहत 3 महीने से लेकर एक साल तक की इंटर्नशिप के लिए सरकार की ओर से सहायता राशि दी जाएगी। योजना में युवाओं को कौशल विकास (Skill Development) के तहत ट्रेनिंग भी लेनी होगी, जिसके बाद वे इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सरकार का बजट
पहले साल इस योजना पर 40 करोड़ 69 लाख रुपये खर्च होंगे। अगले पांच सालों तक हर साल 129 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस योजना का लाभ मिले और वे रोजगार के लिए तैयार हो सकें मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना बिहार के युवाओं के लिए रोजगार की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे उन्हें इंटर्नशिप के दौरान आर्थिक सहयोग मिलेगा और उनका भविष्य संवर सकेगा