गर्मियों की ठंडक का साथी: मीठा तरबूज चुनने के आसान नुस्खे, अब इन तरीकों का इस्तेमाल करके खरीदो मीठा तरबूज

गर्मियों की ठंडक का साथी: मीठा तरबूज चुनने के आसान नुस्खे, अब इन तरीकों का इस्तेमाल करके खरीदो मीठा तरबूज – गर्मी का मौसम आते ही पसीने और तपिश के बीच एक नाम जो हर किसी की जुबान पर चढ़ जाता है वो है तरबूज। हरे-हरे चमकते तरबूज को देखते ही मन में ठंडक की लहर दौड़ जाती है और मुंह में पानी भर आता है। गर्मियों में ये फल सिर्फ स्वाद का खजाना नहीं बल्कि सेहत का भी दोस्त है।
गर्मियों की ठंडक का साथी: मीठा तरबूज चुनने के आसान नुस्खे, अब इन तरीकों का इस्तेमाल करके खरीदो मीठा तरबूज
मार्च का महीना शुरू होते ही बाजारों में तरबूज की रौनक बढ़ जाती है क्योंकि ये शरीर को हाइड्रेट रखने का सबसे आसान और मजेदार तरीका है। लेकिन हर बार एक सवाल मन को परेशान करता है – ये तरबूज मीठा होगा या फिर बेस्वाद निकलेगा? कई बार बड़े जोश में लाया हुआ तरबूज काटते ही मायूसी हाथ लगती है। तो चलिए इस बार गर्मी में कोई गलती न हो इसके लिए हम आपको बताते हैं मीठे, रसीले और लाल तरबूज को चुनने के पांच आसान टिप्स। ये तरीके इतने सरल हैं कि आप बाजार में एकदम प्रो की तरह तरबूज चुन सकेंगे और हर बार मिठास का मजा ले सकेंगे।
पीला धब्बा है मिठास का सबूत
बाजार में तरबूज चुनते वक्त सबसे पहले उसकी बाहरी सतह पर नजर डालें। अगर तरबूज के एक तरफ हल्का पीला या क्रीमी रंग का धब्बा दिखे तो इसे फौरन अपनी टोकरी में डाल लें। ये पीला धब्बा इस बात का सबूत है कि तरबूज खेत में अच्छे से पका है और धूप की गर्मी से भरपूर मिठास ले चुका है। दूसरी तरफ जो तरबूज एकदम चमकदार और हरे रंग के होते हैं वो ज्यादातर कच्चे या कम मीठे निकलते हैं। साथ ही वजन भी चेक करें – भारी तरबूज में 92% पानी होने की वजह से रस और मिठास दोनों भरपूर होते हैं।
ठोककर या थपथपाकर आवाज सुने
दुकानदारों को तरबूज पर थपकी मारते देखा होगा लेकिन अब आप भी ये हुनर सीख लीजिए। तरबूज को हल्के हाथ से थपथपाएं और उसकी आवाज सुनें। अगर गहरी, गूंजती हुई आवाज आए तो समझ लीजिए कि ये अंदर से पका हुआ और मीठा है। वहीं अगर आवाज सपाट या हल्की सी आए तो ये कच्चा या सूखा हो सकता है। ये पुराना नुस्खा है जो आज भी हर बार सही तरबूज चुनने में मदद करता है।
महक से भी पता चलेगा तरबूज कैसा है
तरबूज की मिठास और ताजगी को परखने का एक शानदार तरीका है उसकी खुशबू। तरबूज को नाक के पास लाकर हल्का सूंघें। अगर उसमें से हल्की मीठी और ताजी महक आ रही है तो ये एकदम बढ़िया फल है। कुछ लोग हल्के से नाखून गड़ाकर भी इसकी सुगंध चेक करते हैं – अगर अच्छी खुशबू आए तो बिना सोचे इसे ले लें। लेकिन अगर कोई अजीब गंध आए या महक ही न आए तो दूसरा ऑप्शन ढूंढें।
हमेशा साबुत तरबूज की करें खरीदारी
कई बार गर्मी में दुकानदार कटा हुआ तरबूज दिखाकर लुभाते हैं लेकिन ये जाल में फंसने वाली बात है। कटा हुआ तरबूज भले ही लाल और आकर्षक लगे लेकिन इसमें इंजेक्शन के जरिए मिठास या रंग बढ़ाने की आशंका रहती है जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। इसलिए हमेशा साबुत तरबूज चुनें। साथ ही इसे लेने से पहले अच्छे से देख लें कि कहीं उस पर सुई जैसा छोटा छेद तो नहीं – ये इंजेक्शन का निशान हो सकता है।
छोटे तरबूज की करें खरीदारी
अक्सर लोग सोचते हैं कि बड़ा तरबूज ज्यादा मीठा होगा, लेकिन ये एक भूल है। सच तो ये है कि छोटे आकार के तरबूज ज्यादातर ज्यादा रसीले और मीठे होते हैं। बड़े तरबूज कई बार बाहर से तो अच्छे लगते हैं लेकिन अंदर से फीके निकलते हैं। तो अगली बार बाजार जाएं तो छोटा तरबूज चुनें और मिठास का पूरा मजा लें।
तरबूज सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि गर्मियों में शरीर को तरोताजा रखने के लिए भी बेस्ट है। इसे दोपहर में खाएं जब धूप तेज हो और शरीर को पानी की जरूरत सबसे ज्यादा हो। लेकिन ध्यान रखें इसे खाने के बाद तुरंत पानी न पिएं वरना पेट में गड़बड़ हो सकती है। फ्रिज से निकालकर भी इसे थोड़ी देर बाहर रखें ताकि ठंडक से पाचन पर असर न पड़े।
इन पांच आसान टिप्स के साथ अब तरबूज खरीदना कोई चुनौती नहीं रह जाएगी। चाहे बाजार की भीड़ हो या रेहड़ी का कोना आप हर बार मीठा और रसीला तरबूज घर लाएंगे। गर्मी में जब ये ठंडक गले से उतरेगी तो वो सुकून और स्वाद वाकई अनमोल होगा। तो इस बार तरबूज चुनें, समझदारी से खाएं और गर्मियों का पूरा मजा लें। अगर आपको ये नुस्खे अच्छे लगे तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें – क्योंकि मिठास और ठंडक सबके लिए जरूरी है!