नई दिल्ली: Bhains Ka Doodh Badhane Ki Dawa – गावं देहात में पशुपालन बहुत अधिक किया जाता है और दुग्ध उत्पादन में गावं हमेशा से सबसे आगे रहे है। लेकिन जैसे जैसे अब गर्मियां शुरू होने लगेगी वैसे वैसे गाय-भैंस में दूध देने की छमता घटने लगती है। ऐसे में सभी पशु पालक बड़े परेशान रहते है क्योनी दूध घटने की वजह से उनको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। गावं देहात में तो घर का पूरा खर्चा दूध बेचकर आये पैसे से ही चलता है इसलिए गाय-भैंस में दूध की कमी होने से ये एक बहुत बड़ी समस्या बन जाती है।

गर्मियों का असर पशुओं पर ही नहीं बल्कि इंसानों पर भी पड़ता है। आपने देखा होगा की ज्यादा गर्मी होने के कारण इंसान भी चिड़चिड़े हो जाते है। पशुओं में भी गर्मी का असर होता है और उनके दूध देने की छमता कम हो जाती है। लेकिन आप घर पर ही दूध बढ़ने की दवाई बना सकते है जिससे आपको 10 दिन में ही अलग से फर्क नजर आ जायेगा की आपके पशु का दूध बढ़ गया है।

Bhains Ka Doodh Badhane Ki Dawa – मौजूदा समय में बहुत से पशुपालन करने वाले पशुपालक बाजार से अंग्रेजी दवाई लेकर पशुओं को खिलते है ताकि उनका दूध बढ़ाया जा सके। लेकिन उनसे कोई लाभ नहीं मिलता बल्कि अंग्रेजी दवाई पशुओं के लिए हानिकारक भी होती है। गर्मियों में पशुओं की पाचन शक्ति कमजोर होती चली जाती है और उसी के कारण दूध देने की छमता में भी कमी आती है। किसान भाइयों को कभी भी अंग्रेजी दवा या फिर ऑक्सीटोसिन के इंजेक्शन का इस्तेमाल अपने पशु पर नहीं करना चाहिए।

इससे आपको लगता है की पशु दूध दे रहा है लेकिन ये पशु की सेहत पर बहुत प्रभावी रूप से हानि पहुंचता है। इतना ही नहीं इंजेक्शन या फिर अंग्रेजी दवाई खिलाकर आप जो दूध निकलते है वो दूध भी हानिकारक हो जाता है और जो भू उस दूध को पियेगा वो भी बीमार हो जायेगा। सरकार की तरफ से इंजेक्शन पर तो रोक लगाई हुई है लेकिन फिर भी चोर बाजारी के जरिये ये गावं देहात में आसानी से मिल जाता है।

गर्मी के मौसम में खिलाओं लोबिया घास

Bhains Ka Doodh Badhane Ki Dawa – अगर आपके पशु ने गर्मी के चलते दूध देना कम कर दिया है तो फिर आपको पशु को लीबिया घास खिलानी शुरू कर देनी चाहिए। लीबिया घास में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसके कारण पशुओं में गर्मी के मौसम में भी पाचन की प्रक्रिया पूर्ण होती रहती है और पशु कभी भी दूध से कम नहीं होता है। लोबिया घास हमेशा से ही पशुओं के लिए रामबाण दवाई रही है और इसको देश में लाखों किसानो के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

Medicine to increase cow-buffalo milk, bhains ka doodh badhane ki dawai
Medicine to increase cow-buffalo milk, bhains ka doodh badhane ki dawai

आपको बता दें की लोबिया घर के कोई भी साइड इफ़ेक्ट पशुओं के ऊपर नहीं पड़ता है। इसके साथ में इसमें पाई जाने वाली प्रोटीन और फाइबर की अत्यधिक मात्रा से पशुओं का स्वस्थ तो ठीक होता ही है इसके साथ ही पशु जो लोबिया घास के अलावा जो भी चारा खाता है उसकी पाचन की प्रक्रिया समय पर पूरी होती है और इस कारण से पशु समय पर पूरा दूध देता है।

दूध बढ़ने की दवाई घर पर ऐसे करो तैयार

Bhains Ka Doodh Badhane Ki Dawa – आपके पशुओं में अगर दूध देने की छमता कम हो गई है और आप चाहते है की पशु फिर से पूरा दूध देने लग जाये तो यहां पर बताये गए तरीके से आपको खुद से घर पर ही दूध बढ़ने की दवाई को बनाना है। इसके लिए आपको सबसे पहले 300 ग्राम सरसों का तेल और 300 ग्राम ही गेहूं का आटा लेना है। अब दोनों को आपको मिक्स करके एक लेइ तैयार कर लेनी है। तेल में आते को पूरी तरफ से गूंथना है ताकि लेइ में कोई भी सूखे आंटे की गांठ ना रहने पाये।

अब आपको इस लेइ को अपने पशु को 10 दिन तक लगातार शाम के समय खिलाना है। शाम के समय जब पशु चारा खा लेता है और पानी आदि पी लेता है तो उसके बाद में आपको ये लेइ आपको खिलानी है। आपको ये ध्यान रखना है की इस लेइ के खिलने के 5 से 6 घंटे तक पशु को पानी आदि का सेवन नहीं करने देना है। ऐसा करने से आपको नुकसान होता सकता है और आपका पशु गंभीर रूप से बीमार भी हो सकता है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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