नई दिल्ली: मौजूदा समय में किसानों की सरसों और गेहूं की फसल अब बड़ी हो चुकी है और कुछ दिनों के बाद में इसके पकने का समय हो जायेगा। इस समय किसानों को सबसे अधिक चिंता अपनी फसल को लेकर होती है क्योंकि अच्छी खासी फसल को नील गाय और बाकि के आवारा पशु कुछ ही देर में चट कर जाते है। इसके कारण से किसान की महीनों की पूरी मेहनत बेकार हो जाती है और किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है वो लगा से होता है।

परपरागत तरीके से किसान भाई नील गाय को भागने के लिए फिरवाले को नियुक्त करते है जो की एक काफी बड़े क्षेत्र में नीलगाय की रखवाली करता है और समय समय पर आवाज करने वाली बन्दूक को चलकर नील गाय को भागने का का करता है। किसान भाई फसल पूरी होने के उपरांत उसको कुछ अनाज या पैसे दे देते है।

लेकिन इस आर्टिकल में आपको हम एक ऐसे तरीके के बारे में बताने वाले है जिससे आपके खेत में नील गाय आयेगी ही नहीं बल्कि कोई भी आवारा जानकर आपके खेत के पास में नहीं आएगा। चलिए जानते है उसके बारे में विस्तार की की आखिर कौन सा तरीका अपनाने से नील गाय आपके खेत में नहीं आयेगी।

लगानी होगी ये देशी मशीन

आपको अपने खेत में एक देशी जुगाड़ वाली मशीन लगनी होगी। ये मशीन आप आसानी से 200 रूपए के करीब खर्चा करके बना सकते है। ये मशीन अपने आप हवा से चलती है और इसके लिए आपको बिजली या फिर किसी अन्य बैटरी आदि की जरुरत नहीं होती है। ये मशीन अपने आप हवा से चलती है तो आपको अपने खेत में भी बार बार इसको चलाने या बंद करने के लिए नहीं जाने पड़ेगा।

ये मशीन आप अपने खेत में किसी भी खम्भे या फिर पाइप के सहारे बांध देनी है और फिर आपको निश्चिंत हो जाना है की आवारा पशु अब आपके खेत मे नहीं आने वाले। ये मशीन जब चलती है तो बहुत तेज शोर करती है और उस शोर की वजह से नील गाय या फिर कोई भी आवारा पशु आपके खेत में नहीं आता है।

Install this machine worth Rs 200 in the field, Nilgai will never come near, see
Install this machine worth Rs 200 in the field, Nilgai will never come near, see

ये मशीन एक पंखे की तरह ही होती है। इसमें एक बड़ा कार्ड बोर्ड का टुकड़ा लगाया जाता है जो की हवा की दिशा में अपने आप मुड़ता रहता है। इसके साथी एक बड़ा पहिया लगाया जाता है जिस पर बड़ी बड़ी पंखी लगाई जाती है जो की हलकी सी भी हवा चलने के बाद में घूमने लगती है। इस पहिये के साथ में एक घंटी लगा दी जाती है। ये घंटी पहिये के घूमने के बाद बार बार निचे लगाई गई की थाली या प्लेट से टकराती है और तेज आवाज करती है। इस आवाज के कारण आवारा पशु खेत के पास में नहीं आते।

इस मशीन में लगा हुआ कार्ड बोर्ड हवा के चलते की दिशा में अपने आप घूमता रहता है। जिधर की दिशा से हवा आती है उधर ही घूमने के कारण आपको ये चिंता करने की जरुरत नहीं होती की हवा की दिशा बदलने के बाद क्या होगा। मौजूदा समय में देश में बहुत से किसान ऐसे हैं जो अपने हाथों से इस जुगाड़ू मशीन को बनाकर अपने खेत में इस्तेमाल करते है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *