नई दिल्ली: Old Age Pension – सरकार की तरफ से बुढ़ापा पेंशन को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। अभी तक बुढ़ापा पेंशन 60 साल की उम्र होने पर ही दी जाती थी लेकिन सरकार की तरफ से अब बुढ़ापा पेंशन के लिए योग्यता को बदल कर 50 साल कर दिया है। यानि की अब 60 साल की उम्र की बजाय 50 साल की उम्र में ही लोगों को बुढ़ापा पेंशन ला लाभ मिलने लगेगा।
झारखण्ड के मुख्यमंत्री ने किया ऐलान
झारखण्ड के मुख्यमंत्री की तरफ से आज प्रदेश के नागरिकों के लिए एक बड़ा ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से वृद्धावस्था पेंशन को लेकर ये बड़ी घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा की अब आगे से प्रदेश में बुढ़ापा पेंशन 50 साल की उम्र के लोगों से शुरू हो जायेगी जो की अभी तक 60 साल की उम्र के लोगों को ही मिलती थी।
सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले से प्रदेश के हजारों लोगों को अब इसका लाभ मिलने लगेगा। प्रदेश में अब वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा घटने की वजह से हजारों लोग अब सरकार की पेंशन स्कीम का लाभ ले सकते है। आपको बता दें की झारखण्ड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को चार साल पुरे हो चुके है और इस मौके पर मुख्यमंत्री की तरफ से प्रदेश के लोगों के लिए ये बड़ा फैसला लिया गया है।
पेंशन के मामले में तोड़े रिकॉर्ड
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा करने के साथ ही ये भी कहा की पिछली सरकारों ने 20 सालों में प्रदेश में कुल 20 लाख लोगों को ही पेंशन का लाभ दिया है लेकिन हमारी सरकार ने केवल चार साल के अपने कार्यकाल में अभी तक प्रदेश के 36 लाख 20 हजार लोगों को पेंशन का लाभ दिया जा चुका है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अब झारखण्ड के आदिवासी लोगों को भी 60 साल की बजाय 50 साल की उम्र में ही बुढ़ापा पेंशन का लाभ दिया जाने लगेगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के और भी बड़े ऐलान
आपको बता दें की झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुढ़ापा पेंशन में आयु सीमा को घटने के साथ ही कुछ और बातों पर भी बड़े फैसले लिए हैं। झारखण्ड प्रदेश में नौकरियों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा की प्रदेश में जो भी कंपनी की तरफ से अपना ऑफिस स्थापित किया जायेगा उसमे 75 फीसदी आरक्षण झारखण्ड के लोगों के लिए आरक्षित होगा।