नई दिल्ली: Bhang Ki Kheti – अगर आप किसान है और अपने खेतों में गेहूं और सरसों या फिर किसी भी पारम्परिक खेती को कर रहे है तो अब आपको कुछ नया करने के दिन आ चुके है। क्योंकि पारम्परिक खेती में उतनी अधिक कमाई नहीं है जितनी की दूसरी और कई तरफ की खेती में होती है। ाक के समय में बहुत सी इसी खेती भी हैं जिनको करके किसान लाखों में कमाई कर रहे है। ऐसे में आपको भी अब इस और एक बार जरूर अपने क़दमों को आगे बढ़ाना चाहिए।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको पारम्परिक खेती के अलावा भांग की खेती के बारे में बताने जा रहे है जिससे आप अच्छी खासी कमाई कर सकते है। भांग की खेती करने के लिए आपको लाइसेंस लेने की जरुरत होती है। आप बिना सरकार की परमिशन के देश के किसी भी हिस्से में भांग की खेती नहीं कर सकते। इसलिए भांग की खेती के लिए लाइसेंस कैसे लेंगे इसकी भी जानकारी आपको इस आर्टिकल में हम देने वाले है।
भांग की खेती और इसकी डिमांड
भांग की खेती करने के लिए किसान भाइयों को को बता दें की आज के समय में देश के कई राज्य ऐसे हैं जिन्होंने भांग की खेती पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है लेकिन इसके बाद भी आपको भांग की खेती के लिए सरकार की तरफ से परमिशन और इसके लाइसेंस की जरुरत होती है। भारत में भांग की खपत काफी ज्यादा है और इसकी खेती बहुत कम होती है। इसका कारण से भारत में हो रही भांग की खेती से आपूर्ति पूरी नहीं होती तो भारत में भांग को दूसरे देशों से भी आयात किया जाता है।
भांग का इस्तेमाल बहुत सी दवाओं को बनाने में किया जाता है और कई रोगों के अलाज में भी भांग की जरुरत होती है। इसके साथ ही समाज का एक तबका ऐसा भी है जो की भांग की खपत बहुत अधिक करता है। आपने साधु बाबाओं को भी देख होगा जो भांग का सवाल हर समय करते रहते है। होली जैसे त्योहारों पर तो भांग की डिमांड बहुत अधिक बढ़ जाती है।
इन राज्यों में वैध है भांग की खेती
देश के कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां पर भांग की खेती करना वैध है लेकिन फिर भी परमिशन की जरुरत होती है। भांग की खेती के लिए लाइसेंस लेने के नियम सभी राज्यों में अलग अलग बनाये गए हैं। आपको बता दें की प्रशासन की तरफ से भांग की खेती के नियमों में समय समय पर बदलाव किये जाते रहते है इसलिए आपको इसके बारे में समय समय पर जानकारी लेते रहना चाहिए।
देश के कुछ राज्य जिनमे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड आदि में किसान भांग की खेती करते हैं। इन राज्यों के कई जिलों के किसान काफी अधिक मात्रा में भांग की खेती करके लाखों में कमाई कर रहे है। ये सभी किसान सरकार की परमिशन से अपने खेतों में भांग की खेती कर रहे है।
भांग की खेती के लिए लाइसेंस कैसे मिलेगा
अगर आप अपने खेतों में भांग की खेती करना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहले आपको अपने प्रदेश की सरकार से इसकी परमिशन लेनी होती है। भांग की खेती के लिए लाइसेंस लेने के लिए आपको अपने राज्य के आयुष मंत्रालय से सम्पर्क करना होगा। लाइसेंस लेने के लिए आपको अपने कुछ जरुरी दस्तावेज भी सरकार को देने होते है।
दस्तावेजों में आपको भूमि का प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, किसान पंजीकरण आदि डॉक्यूमेंट देने होते है और इनके आधार पर ही सरकार की तरफ से पूरी छानबीन करने के उपरांत ही आपको भांग की खेती के लिए लाइसेंस दिया जाता है। आपको सबसे अफ्ले अपने राज्य के भांग की खेती के लिए बने नियमों के बारे में पूरी जानकारी हासिल करनी है और उसके बाद ही आपको भांग की खेती के बारे में आगे विचार करना होगा।
भांग की पैदावार को कहां बेचेंगे
अगर आपने अपने खेतों में भांग की खेती कर रखी है तो आपको बता दें की भग्न की फसल को आपको सरकार को ही बेचना होता है। यानि आपके द्वारा की गई भांग की खेती में पैदावार को सरकार की तरफ से आपसे खरीदारी की जाती है। भांग बहुत सी दवाओं को बनाने और ब्यूटी प्रोडक्ट को बनाने काम में आती है। इसके साथ ही आपको बता दें की भांग की खेती में लागत बहुत कम होती है लेकिन मुनाफा बहुत अधिक होता है।