नई दिल्ली: Farmer News – किसान भाइयों ने अब खेती के नये नये तरीके खोज निकाले है और साथ में कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के नौसार अब किसान भाई अपने खेती में बम्पर पैदावार प्राप्त कर रहे है जिससे उनकी कमाई अब काफी हद तक बढ़ चुकी है। किसान भाइयों को आज के समय में अपनी फसल के हर तरीके से लाभ लेना बहुत जरुरी हो गया है।

आज के समय में मार्किट में पपीता के दूध की डिमांड बहुत अधिक हो चुकी है और ऐसे में किसान पपीता के दूध को बेचकर भी काफी अधिक लाभ कमाई कर सकते है। चलिए जानते है इस आर्टिकल में की आखिर पपीता का दूध कितने रूपए में बिकता है और इससे मार्किट में किसानों को प्रति हेक्टेयर में कितना लाभ मिल सकता है।

पपीता के दूध का उपयोग

सबसे पहले तो आपको ये बता देते है की पपीता के दूध का उपयोग कहां किया जा रहा है क्योंकि आपको ये मालूम होगा तो आपके ज्यादातर सवालों का जवाब आपको मिल जायेगा। पपीता के दूध का इस्तेमाल आज के समय में बहुत दी दवाओं में किया जा रहा है। आपको ये तो मालूम हो होगा की पेट के रोगों के लिए पपीता सबसे बेहतरीन फल होता है और साथ में आपको बता दें की पपीता के दूध में पाचन शक्ति को दुरुस्त करने का चमत्कारिक गुण मौजूद है।

पपीता से निकलने वाले दूध जिसको पपेन के नाम से जाना जाता है से पेट के किसी भी रोग का इलाज किया जा सकता है इसलिए पेट के अल्सर, एक्जिमा, दस्त आदि का लगना, कब्ज की शिकायत और लिवर ख़राब होने पर उसे दुरुस्त करने की छमता मौजूद होती है। इसके साथ ही पपेन का इस्तेमाल सौंदर्य संसाधनों में भी बहुत अधिक किया जाता है। आपको बता दें की देश की बड़ी बड़ी नामी कंपनियों की तरफ से पपेन की खरीदारी की जाती है।

एक हेक्टेयर में कितना पपेन निकलता है

अगर आपने पपीता की खेती कर रखी है तो आपको बता दें की आपके पपीता की खेती से आप अभी तक फल बेचकर ही मुनाफा कमाई करते आ रहे होंगे लेकिन अब आपको अपने खेत से पपीता के दूध यानि की पपेन से भी अच्छी खासी कमाई कर सकते है। इसके लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की तरफ से किसान भाइयों को जानकारी दी जाती है और उनको पपेन से कमाई करने के बारे में भी बताया जाता है।

एक हेक्टेयर में अगर आपने पपीता की खेती कर रखी है आपको इस खेती से लगभग 300 लीटर तक पपेन आसानी से प्राप्त हो सकता है। पपेन की मार्किट में कीमत मौजूदा समय में 150 रूपए प्रति लीटर के हिसाब से है और इस हिसाब से आपको अपने पपीता के फल से तो आमदनी होती ही है साथ में आपको पपीता के दूध से भी कमाई होने लगेगी।

किसान भाई एक हेक्टेयर में अगर पपीता की खेती करते है तो उनको एक हेक्टेयर की पपीता की खेती में लगभग 3 लाख रूपए का कुल खर्चा आ जाता है लेकिन एक हेक्टेयर में आपको बचत भी करीब 8 से 10 लाख रूपए तक की आसानी के साथ में हो जाती है।

पपीता के पौधे से कैसे निकलता है पपेन

पपीता से पपेन निकलने के लिए किसान भाइयों को अपने पपीता के फलों में से ऐसे फलों का चुनाव करना होता है जो साइज में छोटे है और उनकी बिक्री करके अधिक लाभ भी नहीं होने वाला है। ऐसे में जब ये फल कच्चे होते है तो इनके ऊपर 5 से 7 के करीब 3 मिलीमीटर गहरे चीरे लगाए जाते है।

इन चीरों में से फल का दूध निकलता है जिसको एक बर्तन में एकत्रित किया जाता है। इस दूध को ही पपेन के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें की चीरा लगने के बाद में ये फल अब खाने के लिए मार्किट में नहीं जा सकते बल्कि अचार, जैम या फिर शेक आदि बनाने के काम में लिया जा सकता है और इससे भी आपको कमाई होगी।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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