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बकरी की प्रमुख 5 नस्ले किसानो को देगी बेहतर कमाई ,जानिए नस्लों की सम्पूर्ण जनकारी

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Goat Breeds : भारत में बकरी पालन व्यवसाय बहुत पहले से किया जा रहा है ,इस व्यवसाय से किसानो को अच्छा मुनाफा मिलता है। इस व्यवसाय को करने में ज्यादा कुछ रूपये की आवश्यकता नहीं होती है ,इसको व्यवसाय को आप सस्ते में भी आसानी से कर सकते है। इस व्यवसाय को कर किसान कम लागत में अच्छा लाभ ले सकते है। ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन तेजी से गति कर रहा है ,ग्रामीण क्षेत्रों में इस व्यवसाय को अधिक मात्रा में किया जाता है ,जिससे उनको अच्छा लाभ भी मिलता है। किसानो के स्वरोजगार के लिए बकरी पालन व्यवसाय को सबसे अच्छा विकल्प है।

बक्र एक पालतू पशु है। बकरी पालन कर व्यक्ति बकरी से दूध , मांस ,ऊन और खाद को प्राप्त किया जाता है। बकरी पालन गरीबी से बचने को अच्छा व्यवसाय है ,बकरी के दूध में अनेक पोषक तत्व मौजूद होते है ,जो मानव शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है। बकरी पालन व्यवसाय कम खर्चीला होता है और अच्छा लाभ देने वाला होता है।

आपको बता दे की बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने से पहले बकरी की नस्लों की जानकारी होना जरूरी है ,बकरी की कुछ नस्ल बहुत अच्छी होती है ,जो किसानो को अच्छा मुनाफा देती है। इसलिए व्यवसाय को शुरू करने से पहले नस्लों की जानकारी लेना आवश्यक है। अगर आप इस व्यवसाय के माध्यम से नस्लों की जानकारी लेना चाहते है तो हमारी इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बकरी की अच्छी नस्लों के बारे में बतायेगे ,आइये जानते है ,बकरी की अच्छी नस्लों के बारे में –

बकरी की अच्छी 5 नस्ले –

आपको बता दे की बकरी की अनेक प्रकार की नस्ल पाई जाती है ,कुछ नस्ल अच्छी किसानो की अच्छी कमाई करती। जो अधिक मात्रा में दुःख और मांस देती है। बकरी की अच्छी नस्ल इस प्रकार है –

सिरोही नस्ल की बकरी

बकरी की यह किस्म काफी अच्छी है ,जो किसानो को अच्छा लाभ देती है इस नस्ल को आप आपने घर पर भी पाल सकते है। इस नस्ल की बकरी का जन्म सिरोही जिले में माना जाता है ,जैसा की इसके नाम से पता चलता है

बकरी की इस नस्ल को दुःख और मांस दोनों के लिए पाला जाता है ,इस किस्म की बकरी के कान मध्यम आकर के निचे लटके होते है। इस किस्म की बकरी का रंग लाइट ब्राउन और डार्क ब्राउन होता है। इनके शरीर पर धब्बे भी होते है ,इनकी पूछ मुड़ी हुई होती है ,और इनके शरीर पर बहुत घने बाल होते है ,जिनसे यह पूरी तरह से ढकी होती है। इस नस्ल की बकरी के दूध उत्पादन की बात करे तो यह प्रतिदिन 2 से 3 लीटर दूध देती है।

जमुनापारी नस्ल की बकरी

इस नस्ल की बकरी भारत में मुख्य रूप से पाली जाती है ,जमुनापारी नस्ल भारत में सभी नस्लों में से अच्छी नस्ल होती है ,जमुनापारी नस्ल उतर प्रदेश में इटावा और यमुना ,चम्बल और गंगा नदियों की आस – पास के प्रदेशो में मुख्य रूप से पाली जाती है ,जो अन्य नस्लों की तुलना में काफी ऊंची होती है।

इस नस्ल की बकरी का रंग सफेद और लाल होता है ,जिसके शरीर पर घने और लम्बे बल पाए जाते है। इनके सींग कोटे और चौड़े होते है ,इनकी नक् उभरी हुई नजर आती है। जमुनापारी नस्ल की बकरी आपने जीवन कल में 15 बच्चे दे सकती है। इस नस्ल की बकरी प्रतिदिन 1 से 2 किलो दूध देती है ,इनके बच्चे में जन्म के समय 2 से 3 किलो वजन होता है ,और बकरी मादा में 50 से 65 के आस – पास मिलता है। और इस नस्ल की बकरी का शरीर बेलनाकार और लम्बा होता है।

उस्मानाबादी नस्ल की बकरी

आपको बता दे की इस नस्ल की बकरी महाराष्ट में पाई जाती है जो उस्मानाबाद जिले में मुख्य रूप से पाई जाती है ,इस नस्ल को दुःख और मांस दोनों के लिए पाला जाता है। महाराष्ट में बकरी की यह नस्ल लातूर, परभणी,सोलापुर और अहमदनगर में भी पाई जाती है।

आपको बता दे की इस नस्ल की बकरी का रंग काला पाया जाता है जिसमे बकरी मादा का वजन 32 किलो और नर का वजन 35 किलो के आस – पास होता है। यह बकरी 1 से 2 किलो दूध प्रतिदिन देती है। इसके दूध में कई पौष्टिक तत्व मौजूद होते है ,इसके अलावा इसके दूध में औषधीय गन भी पाए जाते है ,जो काफी लाभदायक होते है। इस बकरी का दूध 100 रूपये के आस –पास बिकता है ,जो काफी महंगा होता है। इस बकरी का आकार मध्यम पाया जाता है ,इस किस्म में बकरिया मिश्रित किस्मो में मिलती है। इस किस्म की बकरियों के कान लम्बे होते है।

बीटल नस्ल की बकरी

आपको बता दे की बीटल बकरी को डेयरी उद्योग के लिए भी पाला जाता है ,यह नस्ल पंजाब ,हरियाणा के राज्यों में मुख्य रूप से पाली जाती है। मॉस के लिए भी इस बकरी की नस्ल को पाला जाता है।

इस नस्ल की बकरी में मॉस अधिक मात्रा में मिलता है। एक नस्ल एक बार में 2 बच्चो को जन्म देती है ,इस नस्ल की बकरी के कान काफी लम्बे होते है और नक् उठी हुई होती है। इस नस्ल की बकरी के शरीर पर काफी भूरे रंग के धब्बे मिलते है। इस नस्ल के बकरो में दादी भी पाई जाती है।

बोअर नस्ल की बकरी

इस नस्ल की बकरी विदेशो में पाली जाती है ,इसका मास काफी महंगा होता है ,जिसकी मांग बाजार में अधिक होती है ,बकरी की यह नस्ल काफी तेजी से बढ़ती है ,इस नस्ल की बकरी की कीमत भी अधिक पाई जाती है।

इस नस्ल की बकरी का रंग गर्दन भूरा और सारा सफेद मिलता है। इसके सींग लम्बे और बिलकुल सीधे होते है। इस नस्ल की बकरी आकार में मध्यम से बड़े आकार में मिलती है इस नस्ल के कान लम्बे होते है। इसमें बकरी का वजन 110 से 120 किलो के आस – पास पाया जाता है।

इस प्रकार किसान इन 5 किस्मो से बकरी पालन व्यवसाय शुरू कर अच्छा लाभ प्राप्त कर सकता है। और इस व्यवसाय में अधिक लागत भी नहीं आती है ,कम लागत पर भी आप इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हो।

Saloni Yadav

मीडिया के क्षेत्र में करीब 3 साल का अनुभव प्राप्त है। सरल हिस्ट्री वेबसाइट से करियर की शुरुआत की, जहां 2 साल कंटेंट राइटिंग का काम किया। अब 1 साल से एन एफ एल स्पाइस वेबसाइट में अपनी सेवा दे रही हूँ। शुरू से ही मेरी रूचि खेती से जुड़े आर्टिकल में रही है इसलिए यहां खेती से जुड़े आर्टिकल लिखती हूँ। कोशिश रहती है की हमेशा सही जानकारी आप तक पहुंचाऊं ताकि आपके काम आ सके।

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