चुनाव आते ही पार्टियों में बैठक टिकट बटवारे पर चर्चा और कार्यकर्त्ताओ को जीत का मंत्र देने का सिलसिला शुरू हो जाता है, वहीं पार्टी में लंबे समय से काम कर रहे नेताओं को ये आशा रहती है की हमें इस बार टिकट फाइनल मिलेगा ही, लेकिन जब टिकट बबटवारा होता है, तो कई नेताओं के दिल को ठेस पहुंच जाती है।
फिर वहीं नेता मीडिया के सामने आकर अपना दर्द जनता से साझा करते है, ऐसा ही नज़ारा अभी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की पहली लिस्ट आने के बाद देखने को मिल रहा है, जहां लिस्ट जारी करने के बाद जहां एक तरफ बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी हैं, तो वहीं और बगावत भी साफ देखने को मिल रही है, जहां पार्टी के कई बड़े नेताओं ने इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही नेता मीडिया के सामने आकर जमकर बोल रहे हैं, और तो और रो भी रहे हैं ।
कविता जैन और निखिल मदान के बदले सुर
हम ये रोने वाली बात इस लिए बोल रहे हैं, क्योंकि सोनीपत से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए मेयर निखिल मदान को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया तो पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके उसके सहयोगियों के सुर बदल गए और बगावती हो गए हैं, बता दें कि कविता जैन एक सभा में फूट फूट रोने लगीं, जिसके बाद ये एक बड़ी खबर बन गई और विपक्षी दलों ने इस कह दिया की बीजेपी अपने ही लोगों के साथ अच्छा नहीं कर रही। वहीं अब ये खबर है की कविता जैन कार्यकर्ताओ के साथ 8 सितंबर को बैठक करेंगी, और आगामी रणनीति का खुलासा करेंगी ।
कविता जैन ने रोते हुए दिया संदेश, 8 सितम्बर को बड़ा फैसला
बता दें कि कविता जैन मंच से भावुक हो गयीं और संदेश देते हुए रो पड़ी, और कहा कि पार्टी ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है, उसका हक इस टिकट पर नहीं है, कविता जैन ने कहा की राजीव जैन और मैंने पार्टी का हर काम अच्छे से किया है कविता जैन मंच से भावुक संदेश देते हुए रो पड़ी और कहा कि पार्टी ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है उसका हक इस टिकट पर नहीं है. राजीव जैन और मैंने पार्टी का हर काम अच्छे से किया है
हम पार्टी से उसकी टिकट बदलने की मांग करते है, जिसको लेकर 8 सितंबर को एक बैठक बुलाई है और उसमें बड़ा फैसला लिया जाएगा, वहीं कविता जैन ने आगे कहा की कविता फैसला मेरे कार्यकर्ता लेंगे की आगे क्या करना है, बता दें कि कविता जैन 2009 और 2014 में बीजेपी के टिकट पर सोनीपत से चुनाव लड़ीं थी, जहां 2014 से 19 तक वह खट्टर सरकार में मंत्री भी रही हैं, अब यहां देखना होगा की कविता जैन क्या फैसला लेती हैं ।
दिल्ली बुलाने का सिलसिला हुआ शुरू
पार्टी में बगावती तेवर देखने के बाद बीजेपी तुरंत डैमेज कंट्रोल करने में लग गई, और पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन और राजीव जैन को दिल्ली बुलाया,लेकिन इसके बाद कविता जैन ने अपने कार्यकर्ताओ के साथ बैठक ली और उम्मीदवार के साथ साथ पार्टी के खिलाफ भी यहां जमकर नरेबाज़ को मिली, इन सबको लेकर और कुछ हो या ना हो लेकिन विपक्षी दल पूरे मज़े ले रहा है ।